भारतीय क्रिकेट टीम जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट के लिए मैदान में उतरेगी तो टीम की कमान एक बार फिर से रोहित शर्मा के हाथ में होगी। रोहित की गैरहाजिरी में जसप्रीत बुमराह पहले टेस्ट में कप्तान थे और वे भारत को जिताकर पूरे नंबर से पास भी हो गए हैं। अब परीक्षा रोहित शर्मा की होनी है। रोहित शर्मा के सामने चुनौती ये है कि पहले तो उन्हें टीम इंडिया को अपनी कप्तानी में जीत दिलानी है, साथ ही जो काम वे अब तक ऑस्ट्रेलिया में नहीं कर सके हैं, वो भी करना है।
रोहित शर्मा का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में प्रदर्शन
रोहित शर्मा ने अब तक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कुल 12 टेस्ट मुकाबले खेले हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 700 से ज्यादा रन आए हैं। उन्होंने तीन अर्धशतक और एक शतक भी ठोका है। उनका औसत 33.71 का है, लेकिन टेंशन की बात ये है कि जो एक शतक उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में लगाया है, वो अपने घर पर यानी भारत में आया है। ऑस्ट्रेलिया में जाकर वे एक भी सेंचुरी नहीं लगा पाए हैं।
ऑस्ट्रेलिया में एक भी टेस्ट शतक नहीं लगा पाए हैं रोहित
रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया में अब तक 7 टेस्ट मैचों की 14 पारियों में बल्लेबाजी की है। इस दौरान उन्होंने 408 रन ही बनाए हैं। उनके नाम तीन अर्धशतक हैं, लेकिन शतक का खाता नहीं खुला है। उनका औसत भी 31.38 का है, रोहित शर्मा जैसे बल्लेबाज के सामने कुछ खास नहीं है। उनका ऑस्ट्रेलिया में सर्वाधिक स्कोर नाबाद 63 रन है। रोहित शर्मा अब सीरीज के बचे हुए सभी चार मैच खेलेंगे और उनकी कोशिश होगी कि शतक तो जरूर जड़ा जाए। यानी जो काम अब तक वे नहीं कर सके हैं, वो अब कर लिया जाए।
रोहित शर्मा करेंगे ओपनिंग
रोहित शर्मा को लेकर खबरें इस तरह की भी आ रही हैं कि वे पिंक बॉल टेस्ट में मिडल आर्डर में खेल सकते हैं। पहले टेस्ट में यशस्वी जायसवाल और यशस्वी जायसवाल ने पारी का आगाज किया था, पहली पारी में नाकाम रही इस जोड़ी ने दूसरी पारी में 200 से ज्यादा रनों की पार्टनरशिप की थी। इसके बाद इससे शायद छेड़छाड़ ना की जाए। हालांकि इस बात की संभावना काफी कम है। रोहित खेल रहे हैं तो वे ओपनिंग ही करेंगे, इसमें बहुत ज्यादा शक होना नहीं चाहिए।
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