Highlights
- रोहित शर्मा ने वन डे और टी20 के बाद टेस्ट में भी किया बेहतरीन कप्तानी आगाज
- श्रीलंका को सीरीज के दोनों मैचों में हराया, तीन ही दिन में खत्म हो गए दोनों मैच
- टीम इंडिया के सभी खिलाड़ी अब खेलेंगे आईपीएल, इंटरनेशनल क्रिकेट से दूरी
रोहित शर्मा ने टेस्ट कप्तानी में भी शानदार आगाज किया है। अपनी कप्तानी के पहले ही दो मैच जीतकर रोहित शर्मा एक बार फिर छा गए हैं। टीम इंडिया ने श्रीलंका के साथ खेली गई टेस्ट सीरीज के दोनों मैच तीन ही दिन में अपने नाम कर लिए। खुद रोहित शर्मा भले बहत अच्छा प्रदर्शन न कर पाए हों, लेकिन टीम ने जिस तरह का खेल दिखाया, उससे कप्तान रोहित शर्मा काफी खुश नजर आए। मैच के बाद रोहित शर्मा ने कहा कि चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे की गैर मौजूदगी में श्रीलंका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज में श्रेयस अय्यर पर बड़ी जिम्मेदारी थी जो उसने बखूबी निभाई और अनुभव के साथ उसमें और निखार आएगा।
टी20 सीरीज के बाद टेस्ट में भी श्रेयस अय्यर ने अच्छा खेला
भारतीय टीम ने दूसरा टेस्ट 238 रन से जीतकर दो मैचों की सीरीज 2 .0 से अपने नाम की है। अजिंक्य रहाणे की जगह खेलने वाले श्रेयस अय्यर ने दूसरे टेस्ट में 92 और 67 रन बनाए। दूसरे मैच की पहली पारी में लग रहा था कि वे शतक लगा देंगे, लेकिन दूसरे छोर से उन्हें पूरा साथ नहीं मिला। चेतेश्वर पुजारा की जगह तीसरे नंबर पर हनुमा विहारी उतरे थे। रोहित ने टीम के प्रदर्शन की तारीफ करते हुए कहा कि यह अच्छा प्रदर्शन रहा और मैंने निजी तौर पर और एक टीम के रूप में इसका पूरा मजा लिया। हम एक टीम के रूप में कुछ चीजें हासिल करना चाहते थे जो हमने की।
रविंद्र जडेजा और रिषभ पंत पर भी बोले रोहित शर्मा
रोहित शर्मा ने कहा कि बतौर बल्लेबाज रविंद्र जडेजा और भी बेहतर हुए हैं और वह निखरते जा रहे हैं। उनसे टीम को मजबूती मिली है और गेंदबाज के तौर पर भी उनमें सुधार आया है। वह चुस्त फील्डर भी हैं यानी पूरा पैकेज हैं। उन्होंने कहा कि श्रेयस ने टी20 सीरीज वाला फॉर्म जारी रखा। उसे पता था कि रहाणे और पुजारा जैसे खिलाड़ियों की जगह लेने पर उसके ऊपर बड़ी जिम्मेदारी है लेकिन उसने बखूबी निभाई। उन्होंने कहा कि रिषभ पंत हर मैच में बेहतर कर रहा है। खासकर इन हालात में। उसके कुछ कैच और स्टम्पिंग से उसके आत्मविश्वास का पता चलता है। विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में सौ विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बने रविचंद्रन अश्विन के बारे में उन्होंने कहा कि जब भी हम उसे गेंद देते हैं, वह मैच जिताने वाला प्रदर्शन करता है। अभी उसका लंबा कैरियर बचा है और हमें यकीन है कि वह ऐसा प्रदर्शन करता रहेगा। हम गुलाबी गेंद से टेस्ट खेलने की आदत डाल रहे हैं। दर्शकों की मौजूदगी से यह और खास हो गया।
(Bhasha inputs)