Rohit Sharma: भारतीय डोमेस्टिक क्रिकेट में ना खेलने वाले खिलाड़ी आज-कल काफी चर्चा में हैं। हाल ही में खबरें सामने आईं थी कि कुछ युवा खिलाड़ी डोमेस्टिक क्रिकेट में खेलने से बच रहे हैं। ऐसे में बीसीसीआई ने बड़ा फैसला लेते हुए कुछ खिलाड़ियों को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर का रास्ता दिखाया था। इस मु्द्दे पर अब टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने बड़ा बयान दिया है।
डोमेस्टिक क्रिकेट ना खेलने वालों पर रोहित का बड़ा बयान
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा चाहते हैं कि नेशनल टीम में जगह नहीं बनाने वाले खिलाड़ी खुद को घरेलू क्रिकेट के लिए उपलब्ध रखें, बशर्ते बीसीसीआई की मेडिकल टीम ने उन्हें अनफिट घोषित नहीं किया हो। एक फॉर्मेट पर दूसरे को प्राथमिकता देने वाले खिलाड़ियों को कड़ा संदेश देते हुए बीसीसीआई ने सभी कॉन्ट्रैक्ट क्रिकेटरों को घरेलू क्रिकेट को प्राथमिकता देने की सलाह दी थी। वहीं, रणजी ट्रॉफी खेलने के बोर्ड के निर्देशों की अनदेखी करने पर 2023 वर्ल्ड कप टीम में शामिल खिलाड़ियों ईशान किशन और श्रेयस अय्यर को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के पूल से बाहर कर दिया था।
धर्मशाला टेस्ट से पहले रोहित ने कही ये बात
इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट से पहले रोहित ने स्पष्ट किया कि यह कदम सभी खिलाड़ियों पर लागू होता है और यह सिर्फ कुछ खिलाड़ियों के लिए नहीं है। रोहित ने कहा कि इस बारे में लंबे समय से चर्चा चल रही है। जब खिलाड़ी उपलब्ध होंगे तो उन्हें खुद को घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए उपलब्ध कराना होगा जब तक कि उन्हें चिकित्सा समूह से प्रमाण पत्र नहीं मिल जाए उन्हें आराम की जरूरत है या वे घरेलू क्रिकेट में हिस्सा नहीं लेंगे। लेकिन अगर आप उपलब्ध हैं, अगर आप फिट हैं, अगर आप ठीक हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि हम जाएं और खेलें।
उन्होंने आगे कहा कि यह सिर्फ कुछ क्रिकेटरों के लिए नहीं है, यह हर किसी के लिए है कि वे सुनिश्चित करें कि जब भी आप उपलब्ध हों, और ठीक हैं, आप घरेलू क्रिकेट खेलें। रोहित धर्मशाला टेस्ट की तैयारी में व्यस्त हैं लेकिन फिर भी उन्हें रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल को देखने का समय मिला है जिसमें उनकी अपनी घरेलू टीम मुंबई ने भाग लिया था। उन्होंने कहा कि आपने इस सप्ताह खेली गई रणजी ट्रॉफी देखी। मैंने मुंबई और तमिलनाडु का मुकाबला देखा। बेशक आज भी बहुत ही दिलचस्प खेल हो रहा था। जब इस तरह के मुकाबले होते हैं तो आप देखते हैं कि गुणवत्ता और हर चीज सबके सामने आ जाती है। यह महत्वपूर्ण है कि हम घरेलू क्रिकेट को महत्व दें जो भारतीय क्रिकेट का मूल है।
(INPUT-PTI)
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