WTC Final 2023: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत को 209 रनों से हरा दिया। इस मैच में चौथी पारी में टीम इंडिया को 444 रन बनाते थे, लेकिन भारतीय टीम सिर्फ 270 रन पर ऑलआउट हो गई। ये पिछले 10 सालों में 8वां आईसीसी टूर्नामेंट था जो टीम इंडिया ने गंवा दिया। भारतीय टीम के लिए इस मुकाबले में कुछ खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन भी किया, लेकिन ज्यादातर खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन के चलते टीम को हार का सामना करना पड़ा। इस रिपोर्ट में हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे खिलाड़ियों के बारे में जिनके चलते भारतीय टीम ये मुकाबला हार गई।
1. रोहित शर्मा
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा एक बार फिर एक जरूरी मुकाबले में विलेन साबित हुए। पहली पारी में सिर्फ 15 रन बनाकर आउट होने वाले रोहित दूसरी पारी में अच्छे टच में लग रहे थे। रोहित के बल्ले से 43 रन निकल चुके थे और ऐसा लग रहा था कि वो एक बड़ी पारी खेलने की ओर बढ़ रहे हैं, लेकिन तभी उन्होंने नाथन लॉयन की गेंद पर एक स्वीप शॉट खेला और वो अपना विकेट फेंक गए। रोहित के उस शॉट की वहां कोई जरूरत नहीं थी जो उन्होंने खेला। रोहित अपना विकेट दे गए और वहीं से टीम इंडिया की हालत खराब होना शुरू हो गई।
2. चेतेश्वर पुजारा
टीम इंडिया के सबसे भरोसेमंद टेस्ट बल्लेबाज माने जाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने एक बार फिर से सबका भरोसा तोड़ा। पुजारा इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं जो आईपीएल छोड़ लगातार महीनों से इंग्लैंड में इस बड़े मुकाबले की तैयारियां कर रहे थे। लेकिन वो पूरी तरह एक बार फिर से फेल रहे। पुजारा ने पहली पारी में सिर्फ 14 रन बनाए। वहीं दूसरी पारी में वो 27 रन के स्कोर पर एक ऐसा शॉट खेलकर आउट हो गए, जिसकी किसी ने उम्मीद नहीं की थी। पुजारा पीछे की ओर एक अपर कट खेलकर आउट हुए। एक ऐसा शॉट जो ज्यादातर टी20 क्रिकेट में खेला जाता है।
3. केएस भरत
ऋषभ पंत की जगह टीम में शामिल किए गए केएस भरत बल्ले से फिर नाकाम रहे। भरत ने इस मैच में कीपिंग तो अच्छी की, लेकिन बल्ले से उनका प्रदर्शन फिर वैसा ही रहा जैसा हाल ही में हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में रहा था। भरत पहली पारी में तो सिर्फ 5 ही रन बनाकर बोल्ड हो गए। वहीं दूसरी पारी में ये खिलाड़ी 23 रन बनाकर अपना विकेट फेंक गया। पंत की गैरमौजूदगी में जो उम्मीद भरत से की जा रही थी वो उसपर एक बार भी खरे नहीं उतर पाए हैं।
4. उमेश यादव
WTC फाइनल के लिए जब टीम इंडिया का ऐलान हुआ तो उमेश यादव के चयन पर सभी हैरान थे। उमेश को रविचंद्रन अश्विन की जगह टीम में मौका दिया गया। लेकिन मैनेजमेंट का ये फैसला पूरी तरह से खराब साबित हुआ। उमेश ओवल की तेज पिच पर पहली पारी में तो विकेट निकालने में कामयाब हुए ही नहीं। वहीं दूसरी पारी में उमेश ने दो विकेट निकाले। उमेश से उम्मीद थी कि तीसरे पेसर के रूप में वो विकेट निकालेंगे और रन बचाएंगे। लेकिन हुआ इसका उल्टा और पहली पारी में उमेश की दिशाहीन गेंदबाजी के चलते उन्हें जमकर रन भी पड़े।