Rohit Sharma- Hardik Pandya : टी20 इंटरनेशनल में टीम इंडिया की कमान इस वक्त हार्दिक पांड्या के हाथ में है। वे न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली जा रही सीरीज में टीम की कप्तानी कर रहे हैं। हालांकि अभी भी रोहित शर्मा ही फुलटाइम कप्तान हैं। टी20 विश्व कप 2022 के बाद रोहित शर्मा, विराट कोहली और केएल राहुल जैसे खिलाड़ी रेस्ट पर हैं और हार्दिक पांड्या युवा टीम इंडिया की अगुवाई कर रहे हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली जा रही सीरीज का पहला मैच बारिश के कारण रद हो गया था और दूसरा मैच भारतीय टीम ने 65 रनों के भारी अंतर से जीत लिया है। अब तीसरा और आखिरी मैच 22 नवंबर को नेपियर में खेला जाना है।
रोहित शर्मा ने चहल को नहीं दिया मौका, हुड्डा से नहीं कराई गेंदबाजी
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टी20 विश्व कप 2022 में एक गलती कर दी थी। अब जब हार्दिक पांड्या कप्तान बने तो उन्होंने उसमें सुधार किया और परिणाम हमारे सामने है। टीम इंडिया सेमीफाइनल में तो पहुंची, लेकिन वहां इंग्लैंड से उसे दस विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा और सफर खत्म हो गया। टीम इंडिया ने विश्व कप में कुल मिलाकर छह मैच खेले, लेकिन एक भी मैच में स्पिनर युजवेंद्र चहल को मौका नहीं दिया गया। रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल ही खेलते रहे। जबकि बाकी टीमें स्पिनर्स के दम पर मैच जीत रही थी, लेकिन रोहित शर्मा ने एक भी मैच में युजवेंद्र चहल को मौका नहीं दिया। युजवेंद्र चहल लगातार भारत के लिए टी20 खेलते रहे। इतना नहीं रोहित शर्मा ने जिस मैच में दीपक हुड्डा को मौका दिया, उसमें दीपक हुड्डा से गेंदबाजी ही नहीं कराई। लेकिन हार्दिक पांड्या वो दोनों काम कर दिए, जो रोहित ने नहीं किए थे।
युजवेंद्र चहल और दीपक हुड्डा ने किया कमाल का प्रदर्शन
न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए दूसरे मैच में युजवेंद्र चहल ने चार ओवर में 26 रन देकर दो खिलाड़ियों को आउट किया। वहीं दीपक हुड्डा ने तो कमाल ही कर दिया। दीपक हुड्डा ने 2.5 ओवर की गेंदबाजी की, इसमें दस रन दिए और चार विकेट ले लिए। टी20 विश्व कप में लगातार ये सवाल उठते रहे कि भारत की गेंदबाजी कमजोर है, लेकिन फिर भी रोहित शर्मा ने ये कदम नहीं उठाए और हम बाहर हो गए। ये बात और है कि वो विश्व कप था और ये आपसी सीरीज, लेकिन कम से कम एक दो मैचों में तो चहल को मौका दिया ही जा सकता था। जबकि वे पूरे साल आपके लिए टी20 खेलते रहे हैं। युजी चहल को टी20 विश्व कप 2021 की टीम के लिए भी नहीं चुना गया था। इस बार वे टीम में तो उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया। जो खिलाड़ी आपके पास हैं, उसका सही उपयोग कैसे किया जाता है, ये भी कप्तान को समझना चाहिए। देखना होगा कि जो काम हार्दिक पांड्या ने दूसरे मैच में किया है, वही काम वे आखिरी मैच में भी करने में कामयाब होते हैं या नहीं।