Rohit Sharma Century : टीम इंडिया इस साल का अपना आखिरी मैच खेलने के लिए तैयार हैं। भारत और बांग्लादेश के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा और आखिरी मैच 22 दिसंबर से खेला जाएगा। इसके बाद भारतीय टीम वापस अपने घर लौट आएगी और जल्दी कोई विदेशी दौरा भी नहीं है। भारतीय टेस्ट टीम के खिलाड़ियों को भले अपना आखिरी मैच खेलना हो, लेकिन रोहित शर्मा ने इस साल का अपना आखिरी मैच खेल लिया है। अब बीसीसीआई ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि रोहित शर्मा बांग्लादेश के खिलाफ होने वाले दूसरे टेस्ट के लिए नहीं जाएंगे, उनकी चोट अभी तक पूरी तरह से ठीक नहीं है। रोहित शर्मा के लिए ये साल कुछ खास नहीं रहा, भले वे अब तीनों फॉर्मेट के कप्तान बन गए हों, लेकिन उन्हें इंजरी ने भी खूब परेशान किया। यही कारण है कि रोहित शर्मा इस साल इंटरनेशनल क्रिकेट में एक भी शतक नहीं लगा पाए हैं। करीब नौ साल बाद ऐसा हो रहा है। नहीं तो वे किसी न किसी फॉर्मेट में तो शतक लगा ही दे रहे थे।
रोहित शर्मा ने साल 2007 में किया था इंटरनेशनल डेब्यू
रोहित शर्मा ने साल 2007 में भारतीय टीम के लिए डेब्यू किया था। उस वक्त रोहित शर्मा नए थे और ज्यादा मैच भी उन्हें खेलने के लिए नहीं मिल रहे थे। इसके बाद ये सिलसिला 2009 तक चला। वे खेलते तो रहे, लेकिन न तो उन्हें बहुत ज्यादा मौके मिले और न ही वे कोई शतक लगा पाए थे। लेकिन साल 2010 में रोहित शर्मा ने अपना पहला इंटरनेशनल शतक लगाया। इस साल उनके बल्ले से दो शतक आए। लेकिन इसके बाद साल 2011 में उनका फार्म फिर से चला गया और वे टीम से भी बाहर हो गए। साल 2012 में भी ऐसा ही रहा। यही कारण रहा कि साल 2007 मेें टीम इंडिया के लिए डेब्यू करने वाले रोहित शर्मा 2011 का वन डे विश्व कप नहीं खेल पाए और उनके बाद डेब्यू करने वाले विराट कोहली विश्व कप वाली टीम में थे। लेकिन इसके बाद आया साल 2013, जब तब के कप्तान एमएस धोनी ने रोहित शर्मा को सलामी बल्लेबाज बना दिया। इससे पहले रोहित मिडल आर्डर में खेलते थे और बाकी बड़े खिलाड़ियों के कारण उनकी जगह नहीं बन पा रही थी। लेकिन जैसे ही रोहित शर्मा सलामी बल्लेबाज बने, उन्होंने एक के बाद एक शतक लगाने शुरू कर दिए। साल 2013 से लेकर साल 2021 तक एक भी साल ऐसा नहीं गया, जब रोहित शर्मा ने कम से कम एक इंटरनेशनल शतक न लगाया हो।
रोहित शर्मा ने साल 2013 के बाद से हर साल लगाए हैं इंटरनेशनल शतक
साल 2013 में रोहित शर्मा ने चार शतक जड़े और अपने आपको बतौर सलामी बल्लेबाज स्थापित कर लिया। इसके बाद साल 2014 में एक शतक, साल 2015 में चार शतक, साल 2016 में दो शतक और साल 2017 में तो उनके बल्ले से सात शतक आए। साल 2018 में भी उन्होंने सात शतक लगाए और साल 2019 में जब वन डे विश्व कप खेला गया, उनके बल्ले से दस शतक आए। यानी लगातार वे रन बना रहे थे और बड़े रन बना रहे थे। अगर वे शुरुआत में आउट नहीं हुए तो दुनियाभर के गेंदबाज उनके आगे पानी मांगते हुए नजर आए। हालांकि रोहित शर्मा के रिकॉर्ड शतकों के बाद भी टीम इंडिया एक बार फिर से विश्व कप की ट्रॉफी पर कब्जा नहीं कर पाई। इसके बाद साल 2020 में उनके बल्ले से एक शतक आया। ये कारोना का साल था और कुछ समय के लिए दुनियाभर में क्रिकेट ही नहीं बाकी खेल भी थम गए थे। यह भी एक वजह थी कि रोहित शर्मा शतक नहीं लगा पाए। साल 2021 में उन्होंने दो शतक लगाए। लेकिन साल 2022 में उनके नाम के आगे एक भी शतक दर्ज नहीं है। इस बार एक तो उनका फार्म चल गया और दूसरा वे इंजरी से भी परेशान रहे, इसलिए बहुत सारे टूर भी उन्होंने मिस किए। अब देखना होगा कि नया साल यानी 2023 रोहित शर्मा के लिए कैसा रहता है। अगले साल वन डे विश्व कप भी होना है और टीम इंडिया अगर इसे जीतना चाहती है तो राहित शर्मा का उसी तरह के फार्म में आना जरूरी है, जिसके लिए वे जाने और पहचाने जाते हैं।