टीम इंडिया का प्रदर्शन पिछले दो साल में काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। साल 2021 अक्टूबर में टी20 वर्ल्ड कप के ग्रुप स्टेज से ही बाहर होने के बाद से 9 बड़े मौकों पर टीम इंडिया को हार झेलनी पड़ी है। खास बात यह है कि इन 9 में से पांच मौकों पर कप्तान रोहित शर्मा थे। रोहित शर्मा जबतक फुलटाइम कैप्टन नहीं बने थे उनका रिकॉर्ड शानदार था। आईपीएल में भी वह पांच बार अपनी टीम मुंबई इंडियंस को चैंपियन बना चुके थे। लेकिन आईपीएल और इंटरनेशनल क्रिकेट में खासा फर्क है, पर शायद भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने पिछले कुछ सालों से आईपीएल को ही टीम इंडिया में चयन का एक बड़ा मानक बना लिया है।
रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया को जिन उंचाइयों तक ले जाने की उम्मीद थी वहां तो छोड़िए बल्कि सभी फॉर्मेट में टीम धीरे-धीरे अर्श से फर्श पर आती दिख रही है। अपने घर में टीम वनडे सीरीज हार जाती है। बांग्लादेश भी टीम को वनडे सीरीज में मात दे देता है। घरेलू स्पिन ट्रैक पर टीम के बल्लेबाज फेल हो जाते हैं। यह सभी खामियां पिछले कुछ महीनों में टीम के सामने आने लगी हैं। सबसे बड़ी बात यह रही कि टीम एशिया कप 2022 में भी सुपर फोर से ही बाहर हो गई। पिछले दो साल भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए काफी उदासी भरे रहे हैं।
साल 2021 से अभी तक इन 9 मौकों पर भारत के हाथ लगी निराशा
- टी20 वर्ल्ड कप 2021 के ग्रुप स्टेज से बाहर (कप्तान- विराट कोहली)
- साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज में मिली हार (कप्तान- विराट कोहली, केएल राहुल)
- साउथ अफ्रीका में वनडे सीरीज में मिली हार (कप्तान- केएल राहुल)
- इंग्लैंड में पांचवां टेस्ट गंवाया सीरीज ड्रॉ (कप्तान- जसप्रीत बुमराह)
- एशिया कप 2022 के फाइनल में भी नहीं पहुंची (कप्तान- रोहित शर्मा)
- टी20 वर्ल्ड कप 2022 के सेमीफाइनल में 10 विकेट से हार (कप्तान- रोहित शर्मा)
- बांग्लादेश में वनडे सीरीज में मिली हार (कप्तान- रोहित शर्मा)
- ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घर में वनडे सीरीज गंवाई (कप्तान- रोहित शर्मा)
- WTC फाइनल 2023 में मिली शर्मनाक हार (कप्तान- रोहित शर्मा)
रोहित शर्मा का कैप्टेंसी रिकॉर्ड
रोहित शर्मा ने बतौर कप्तान अभी तक सात टेस्ट मैच खेले जिसमें से 4 में टीम इंडिया जीती और दो में उसे हार का सामना करना पड़ा। जबकि एक मैच ड्रॉ रहा। वनडे में उन्होंने 26 मैचों में कप्तानी की जिसमें से 19 बार टीम जीती और टी20 इंटरनेशनल में 51 में से 39 बार उन्होंने टीम इंडिया को जीत दिलाई। रोहित साल 2022 में फुलटाइम कप्तान बने थे। उससे पहले 2017 से वह टीम इंडिया की कप्तानी अलग-अलग मौकों पर करते आ रहे थे। उन्होंने निदाहास ट्रॉफी, 2018 एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट टीम को जिताए। हर किसी को लगता था कि बतौर फुलटाइम कैप्टन भी वह अच्छा करेंगे लेकिन उसके परिणाम सभी के सामने हैं। साथ ही उनका व्यक्तिगत प्रदर्शन भी काफी खराब हुआ है इस दौरान। उनकी फिटनेस, उनकी लेजी बल्लेबाजी हर चीज पर सवाल उठते हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि वर्ल्ड कप 2023 तक उनकी कप्तानी पर अब खतरा मंडराता ही रहेगा।