इस साल अक्टूबर नवंबर में भारत में वनडे वर्ल्ड कप का आयोजन होगा। वर्ल्ड कप के दौरान होने वाले मैचों के नतीजे पर खिलाड़ियों के प्रदर्शन के अलावा ओस का भी प्रभाव पड़ेगा। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और महान स्पिनर रविचंद्रन अश्विन इस परेशानी को लेकर अपने विचार दे चुके हैं। भारतीय उपमहाद्वीप में बाद में गेंदबाजी करने वाली टीम को ओस से जुड़ी दिक्कतों का विशेष रूप से सामना करना पड़ता है। खासकर डे नाइट मैच में ओस एक बड़े फैक्टर के रूप में सामने होता है। यही वजह है कि रोहित ने अश्विन के उस विचार का समर्थन किया जिसमें उन्होंने वनडे वर्ल्ड कप में ओस के प्रभाव को कम करने के लिए मैच जल्दी शुरू करने की बात कही थी।
ओस से जुड़ी दिक्कतों को खत्म करने पर बोले रोहित
दरअसल भारतीय कप्तान नहीं चाहते कि किसी बड़े टूर्नामेंट में किसी टीम को गैर वाजिब फायदा मिले। शाम के समय जब मैदान पर ओस गिरती है तो गेंदबाजों के लिए गेंद को पकड़ना मुश्किल हो जाता है जिससे लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम के लिए बल्लेबाजी करना आसान हो जाता है। डे नाइट मैचों में इस दिक्कत का सामना ज्यादा करना पड़ता है।
अश्विन ने वर्ल्ड कप मैचों को जल्दी शुरू करने का दिया प्रस्ताव
अश्विन ने अक्टूबर-नवंबर में भारत में खेले जाने वाले वर्ल्ड कप के मैच सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर शुरू करने का प्रस्ताव दिया था। आमतौर पर भारत में वनडे मैच दोपहर एक बजकर 30 मिनट पर शुरू होते हैं। हालांकि मीडिया अधिकार हासिल करने के लिए बड़ी रकम का भुगतान करने वाले ब्रॉडकास्टर्स से इस विषय पर अंतिम फैसला लेने की परंपरा रही है।
रोहित ने अश्विन के विचार का किया समर्थन
रोहित ने बुधवार को हैदराबाद में न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले पहले वनडे के प्री मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘यह एक अच्छा विचार है। यह एक वर्ल्ड कप है। आप नहीं चाहते कि टॉस की भूमिका ज्यादा बड़ी हो। आप इसे पूरी तरह से हटाना चाहते हैं। मुझे मैच के जल्दी शुरू करने का विचार पसंद है लेकिन यह संभव है या नहीं मुझे नहीं पता। इसका फैसला ब्रॉडकास्टर्स करेंगे।’’
रोहित ने आगे कहा, ‘‘आदर्श रूप से आप टीमों को ओस का फायदा उठाते हुए नहीं देखना चाहते। आप चाहते हैं कि क्रिकेट फ्लड लाइट में ओस की मौजूदगी में बल्लेबाजी टीम को फायदे के बिना खेला जाए।’’