राजस्थान रॉयल्स के लिए आईपीएल में पिछले कुछ सालों से खेलने वाले रियान पराग टी20 लीग में खास छाप नहीं छोड़ पाए। फिर भी उनकी प्रतिभा को देखते हुए उन्हें लगातार मौके दिए गए। हाल ही में एमर्जिंग एशिया कप के दौरान वह भारत की ए टीम में भी शामिल थे। वहां भी उनका बल्ला नहीं चला लेकिन गेंद से जरूर उन्होंने कमाल किया था। उसके बाद देवधर ट्रॉफी में लंबे इंतजार के बाद यह युवा खिलाड़ी अपने बल्ले की चमक बिखेरने में कामयाब हुआ। साउथ जोन के खिलाफ फाइनल मुकाबले में भी उन्होंने सानदार पारी खेली लेकिन अपनी टीम को जीत तक नहीं ले जा सके। अंत में मयंक अग्रवाल की कप्तानी वाली टीम ने देवधर ट्रॉफी का टाइटल अपने नाम कर लिया। अर्जुन तेंदुलकर भी इस टीम का हिस्सा थे जिन्होंने दो मैचों में तीन विकेट अपने नाम किए। हालांकि, फाइनल मुकाबले में साउथ जोन की टीम में उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला।
साउथ जोन का लगातार दूसरा टाइटल
साउथ जोन का यह बैक टू बैक दूसरा टाइटल है। इससे पहले दलीप ट्रॉफी में टीम हनुमा विहारी की कप्तानी में विजयी रही थी। मयंक अग्रवाल उस टीम का भी हिस्सा थे। यानी यह उनका लगातार दूसरा खिताब है। फाइनल मुकाबले की बात करें तो पहले खेलते हुए साउथ जोन ने 328 रनों का विशाल स्कोर बनाया। उनके ओपनर रोहन कुन्नुमल ने 107 और कप्तान मयंक अग्रवाल ने 63 रनों की पारी खेलते हुए धुआंधार आगाज किया। इसके बाद एन जगदीशन ने 54 रनों की पारी खेलकर टीम को और मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। जवाब में ईस्ट जोन की शुरुआत खराब रही और 14 पर तीन विकेट गंवाने के बाद 115 पर आधी टीम आउट हो गई। यहां से शुरू हुआ रियान पराग का शो।
रियान पराग की आतिशी पारी हुई बेकार
रियान पराग ने इस सीजन के 7वें मैच में नॉर्थ जोन के खिलाफ जो 102 गेंदों पर 131 रनों की धुआंधार पारी खेली उसके बाद उन्होंने रुकने का नाम नहीं लिया। फिर 14वें मैच में वेस्ट जोन के खिलाफ भी इस खिलाड़ी ने 68 गेंदों पर 102 रनों की पारी खेली और अब फाइनल में 65 गेंदों पर ही 95 रन बना दिए। पर उनकी मेहनत टीम के काम नहीं आ सकी। 115 रन पर पांच विकेट गंवाने के बाद पराग और कुशाग्र ने ईस्ट जोन के लिए 105 रनों की साझेदारी की। पराग ने अपनी इस पारी में 8 चौके और पांच छक्के लगाए। वहीं कुशाग्र ने भी 58 गेंदों पर 68 रनों की पारी खेली, लेकिन यह काफी नहीं थी और अंत में 283 रनों पर पूरी टीम सिमट गई। साउथ जोन ने 45 रनों से यह मुकाबला जीता और खिताब भी अपने नाम कर लिया।
रियान पराग का टूर्नामेंट में अद्भुत प्रदर्शन
रियान पराग ने देवधर ट्रॉफी के इस संस्करण में बल्ले और गेंद दोनों से अद्भुत प्रदर्शन किया। उन्होंने पांच पारियों में 354 रन बनाए जिसमें दो शतक और एक 95 रनों की अर्धशतकीय पारी शामिल है। इस दौरान उनका औसत 88 से अधिक का रहा। वहीं उन्होंने गेंदबाजी में भी पांच मैचों में 11 विकेट अपने नाम किए। दो बार टूर्नामेंट में उन्होंने 4-4 विकेट भी झटके। बल्ले से 131 रन उनका बेस्ट स्कोर रहा तो गेंदबाजी में 30 रन देकर 4 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। इस बेहतरीन प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी चुना गया। इस शानदार प्रदर्शन से इस खिलाड़ी ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है लेकिन अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में वह और खुद को कितना साबित कर पाते हैं।