भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज ऋषभ पंत ने बांग्लादेश के खिलाफ दमदार शतक लगाया। उन्होंने अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से सभी का दिल जीत लिया और टीम इंडिया के लिए दूसरी पारी में 128 गेंदों में 109 रन बनाए, जिसमें 13 चौके और चार छक्के शामिल थे। उनकी वजह से ही भारतीय टीम बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट में शिकंजा कस पाई। भारत ने बांग्लादेश को जीतने के लिए 515 रनों का टारगेट दिया है। कार एक्सीडेंट के बाद पंत अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे थे और टेस्ट टीम में वापसी पर शानदार शतक लगाकर खुद को टीम के सबसे अहम खिलाड़ी के तौर पर स्थापित करने में सफल रहे हैं।
ऋषभ पंत की तारीफ में कोच ने खोला दिल
बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन के खेल के बाद ऋषभ पंत के कोच देवेंद्र शर्मा ने कहा कि जाहिर तौर पर मैं ऋषभ के लिए बहुत खुश हूं। उनके पास पहली पारी में भी शतक बनाने का मौका था लेकिन उनके ऐसा नहीं करने से मैं थोड़ा दुखी था। आज उन्होंने प्रवाहमय बल्लेबाजी की। यह शतक उनके लिए एक महत्वपूर्ण है क्योंकि वापसी के बाद यह उनका पहला इंटरनेशनल शतक है।
दिल्ली के सोनेट क्लब में कोचिंग देने वाले देवेंद्र शर्मा ने कहा कि गाबा में सीरीज जीतने वाली पारी हर किसी के लिए हमेशा खास रहेगी लेकिन एक कोच के तौर पर मुझसे इस पारी के बारे में पूछा जाए, तो यह अमूल्य है और इससे अधिक उपयुक्त समय पर नहीं आ सकती थी। हर खिलाड़ी को आत्मविश्वास की आवश्यकता होती है और सफेद गेंद की क्रिकेट में आप कितनी भी उपलब्धि हासिल करे, टेस्ट मैचों की आपकी उपलब्धियों को हमेशा ज्यादा तवज्जो दी जाती है।
गाबा की तरफ है खास ये पारी: देवेंद्र शर्मा
दिल्ली के पूर्व विकेटकीपर देवेंदर ने कहा कि पंत को सड़क दुर्घटना के बाद और जिस तरह के रिहैबिलिटेशन से गुजरना पड़ा उसे देखते हुए यह पारी गाबा की तरह की खास है। भारत के व्यस्त टेस्ट सीजन की शुरुआत में इस शतक से उनका आत्मविश्वास काफी बढ़ेगा। पंत का यह छठा टेस्ट शतक है। उन्होंने इस पारी से महान महेंद्र सिंह धोनी की बराबरी कर ली। धोनी ने जहां 90 टेस्ट में छह शतक लगाये वहीं पंत ने महज 34 टेस्ट मैचों में यह आंकड़ा छू लिया। पंत छह से ज्यादा बार 90 रन के आंकड़े को पार करने के बाद आउट हुए हैं।
(Input: PTI)