इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का 18वां सीजन साल 2025 में खेला जाएगा, जिसकी तैयारियां अभी से सभी 10 फ्रेंचाइजियों ने शुरू कर दी है। इसी कड़ी में आईपीएल 2024 में लीग स्टेज के मुकाबलों के बाद प्वाइंट्स टेबल में 9वें नंबर पर खत्म करने वाली पंजाब किंग्स ने अपने कोचिंग सेटअप में बदलाव का फैसला लिया है। फ्रेंचाइजी ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग को अपनी टीम का नया हेड कोच आगामी सीजन के लिए नियुक्त किया जो ट्रेवर बेलिस की जगह लेंगे। वहीं इससे पहले रिकी पोंटिंग पिछले 7 सालों से दिल्ली कैपिटल्स टीम के लिए हेड कोच की जिम्मेदारी को निभा रहे थे जिसको उन्होंने 2 महीने पहले ही खत्म किया था। पोंटिंग के लिए पंजाब किंग्स का हेड कोच बनने का फैसला लेना किसी कांटों भरे ताज को पहनने से कम नहीं है क्योंकि आईपीएल का पहले सीजन से लेकर अब तक हिस्सा रहने वाली पंजाब किंग्स (किंग्स इलेवन पंजाब) एक भी बार इस ट्रॉफी को अपने नाम करने में कामयाब नहीं हो सकी।
रिकी पोंटिंग को पंजाब किंग्स का नया हेड कोच बनाए जाने पर फ्रेंचाइजी के सीईओ सतीश मेनन ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए दिए बयान में कहा कि अगले चार सीजन तक हमने रिकी को अपनी टीम का नया हेड कोच बनाने का फैसला किया है। उनका अनुभव काफी अहम रहने वाला जिसमें उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट की बेहतर नॉलेज है जो हमारे लिए आगामी ऑक्शन में भी काफी अच्छी रहेगी।
वहीं पोंटिंग ने इस नई जिम्मेदारी को लेकर कहा कि मैं पंजाब किंग्स टीम का धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मुझे ये जिम्मेदारी सौंपी। मैं इस नई चुनौती को लेकर काफी उत्साहित हूं। मैंने टीम के मैनेजमेंट और मालिकों से बात की है जिसमें टीम को आगे लेकर जाने हम सभी का लक्ष्य है। हम उन सभी फैंस को खुशियां देना चाहते हैं जिन्होंने लगातार हमारा समर्थन किया है और मैं आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं कि अगले सीजन में आप एक बदली हुई पंजाब किंग्स की टीम को देखेंगे।
हालांकि इसके बावजूद पंजाब किंग्स टीम के बतौर नए हेड कोच के तौर पर रिकी पोंटिंग के लिए ये जिम्मेदारी आसान नहीं रहने वाली है। ऐसे में हम आपको उन 5 चुनौतियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका सामना हेड कोच बनने के बाद अब रिकी पोंटिंग को अब करना पड़ेगा।
ऑक्शन को लेकर बेहतर रणनीति को तैयार करना
आईपीएल 2025 के सीजन के लिए मेगा प्लेयर ऑक्शन का आयोजन किया जाएगा जिसको लेकर अब तक बीसीसीआई की तरफ से रिटेंशन और अन्य नियमों का ऐलान नहीं किया गया है। रिकी पोंटिंग के लिए सबसे बड़ी चुनौती ये होगी कि वह टीम में कौन से प्लेयर को रिटेन का करने का फैसला करते हैं। पंजाब किंग्स टीम के लिए पिछले सीजन कुछ ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने काफी बेहतर प्रदर्शन किया था। इसमें पर्पल कैप जीतने वाले हर्षल पटेल के अलावा अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी शशांक सिंह और आशुतोष शर्मा हैं। वहीं टीम में स्टार खिलाड़ी के तौर अर्शदीप सिंह के अलावा विकेटकीपर बल्लेबाज जीतेश शर्मा भी मौजूद हैं। ऐसे में रिकी पोंटिंग के लिए रिटेन किए जाने वाले प्लेयर्स के नामों पर फैसला करना बिल्कुल भी आसान काम नहीं रहने वाला है।
नए कप्तान की खोज करना
पंजाब किंग्स टीम आईपीएल के पहले सीजन से वर्ल्ड की इस सबसे बड़ी टी20 लीग का हिस्सा है, लेकिन उनके खराब प्रदर्शन की वजह से सीजन दर सीजन कप्तानी के मामले में बदलाव देखने को मिला है। 17 सीजन में पंजाब किंग्स के नेतृत्व में कई बड़े चेंज देखने को मिले हैं जिसमें कुल 16 प्लेयर्स ने इस टीम की कप्तानी की है। इसमें सबसे ज्यादा 34 मैचों में कप्तानी एडम गिलक्रिस्ट ने साल 2011 से लेकर 2013 के सीजन तक की है। इससे साफ पता चलता है कि टीम एक बेहतर कप्तान की तलाश में हमेशा रही है। पिछले आईपीएल सीजन में शिखर धवन टीम के कप्तान तो थे लेकिन अनफिट होने की वजह से उनकी जगह पर सैम करन ने अधिकतर मैचों में टीम की कप्तानी को संभाला था लेकिन उससे पंजाब किंग्स के प्रदर्शन में कोई सुधार देखने को नहीं मिला। अब धवन के रिटायरमेंट लेने के बाद आगामी सीजन में पंजाब किंग्स के लिए सबसे बड़ी चुनौती नए कप्तान के खोज को लेकर होगी जिसकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी रिकी पोंटिंग की रहने वाली है।
टीम का प्रदर्शन, साल 2014 सीजन के बाद नहीं पहुंची प्लेऑफ तक
साल 2008 में जब आईपीएल का पहला सीजन खेला गया था तो उसमें पंजाब किंग्स जो उस समय किंग्स इलेवन पंजाब के नाम से खेलती थी, उन्होंने अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित करते हुए सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था। इसके बाद फैंस को उम्मीद थी कि अगले सीजन में उनसे और बेहतर प्रदर्शन देखने को मिलेगा, लेकिन इसके ठीक उल्टा ही देखने को मिला जिसमें साल 2013 के सीजन तक पंजाब किंग्स एक बार भी प्लेऑफ तक पहुंचने में कामयाब नहीं हो सकी। इसके बाद साल 2014 के आईपीएल सीजन में पंजाब किंग्स जॉर्ज बेली की कप्तानी में फाइनल तक पहुंचने में कामयाब तो रही लेकिन यहां पर उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। यहां से पंजाब किंग्स के प्रदर्शन में सीजन दर सीजन ऐसी गिरावट देखने को मिली कि अब तक टीम एक बार भी लीग स्टेज के मुकाबले खत्म होने के बाद टॉप-4 में अपनी जगह नहीं बना सकी। रिकी पोंटिंग के लिए ये बतौर हेड कोच काफी बड़ी चुनौती रहने वाली है जिससे टीम के प्रदर्शन में निरंतरता वह जीत की देखने को मिले क्योंकि पिछले सीजन में हार की निरंतरता ज्यादा देखने को मिली थी। कई मैचों में एक समय टीम जीत के करीब पहुंचने के बावजूद उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
बेहतर विदेशी प्लेयर्स को ऑक्शन में खरीदना
पंजाब किंग्स की टीम में अभी तक इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलियाई विदेशी खिलाड़ियों का दबदबा अधिक देखने को मिला है। जिसमें पिछले सीजन में ही टीम में सैम करन, लियम लिविंगस्टन और जॉनी बेयरस्टो जैसे प्लेयर्स मौजूद थे। अब मेगा ऑक्शन में इनमें कौन प्लेयर रिटेन किया जाता है उसकी लिस्ट बाद में सामने आएगी। रिकी पोंटिंग के लिए ऑक्शन को लेकर बेहतर रणनीति बनाना भी एक बड़ी चुनौती होगी क्योंकि पंजाब किंग्स को अपने होम ग्राउंड के अनुसार ऐसे प्लेयर्स को शामिल करना होगा जो टीम के लिए एक मैच विनर साबित हो सके। आईपीएल में सभी टीमों के लिए उनके होम ग्राउंड मुकाबले काफी अहम होते हैं जिसमें चेन्नई सुपर किंग्स एक बड़ा उदाहरण है जिनको उनके घर पर किसी भी परिस्थिति में हराना बिल्कुल भी आसान काम नहीं होता है।
कोचिंग सेटअप में बेहतर लोगों को शामिल करना
रिकी पोंटिंग के हेड कोच बनने के बाद ये तय है कि पंजाब किंग्स के कोचिंग सेटअप में और भी बदलाव देखने को मिलेंगे, जिसमें ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि पोंटिंग अपने पसंदीदा लोगों को शामिल करेंगे। पिछले सीजन में पंजाब टीम तेज गेंदबाजी कोच चार्ल्स लांगल्वेल्ट थे वहीं स्पिन गेंदबाजी कोच सुनील जोशी इसके अलावा हेड ऑफ क्रिकेट डेवलपमेंट संजय बांगर। ऐसे में पोंटिंग किन लोगों को कोचिंग सेटअप में शामिल करते हैं उसपर भी सभी की नजरें रहने वाली हैं क्योंकि भारतीय परिस्थितियों के नजरिए से भारत के किसी पूर्व खिलाड़ी का कोचिंग सेटअप में होना फ्रेंचाइजी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
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