भारतीय क्रिकेट टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दूसरे संस्करण का फाइनल मुकाबला लंदन के केनिंग्टन ओवल में खेल रही है। इस मैच में टॉस जीतकर भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने पहले गेंदबाजी फैसला किया था। लेकिन यह फैसला अभी तक ना तो कारगर साबित हुआ और ना ही इससे टीम इंडिया को कोई फायदा मिलता दिख रहा है। पहले बल्लेबाजी करते हुए कंगारू टीम ने पहली पारी में 469 रन बनाए थे। जवाब में भारतीय टीम 296 रनों पर ही सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी के आधार पर 173 रनों की लीड मिल गई। तीसरे दिन के अंत तक ऑस्ट्रेलियाई टीम का स्कोर 4 विकेट खोकर 123 तक पहुंच गया था।
दूसरे दिन भारत के लिए रवींद्र जडेजा ने 2 और सिराज व उमेश यादव ने एक-एक विकेट झटका था। इसी के साथ सीएसके को अपनी बल्लेबाजी से आईपीएल जिताने वाले जडेजा ने ओवल में दमदार प्रदर्शन किया। पहले उन्होंने बल्ले से 48 रनों का योगदान दिया। उसके बाद दूसरी पारी में दो विकेट लेते ही उन्होंने एक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। ट्रेविस हेड का विकेट लेने के बाद वह दुनियाभर के सभी लेफ्ट आर्म स्पिनरों द्वारा सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने के मामले में चौथे स्थान पर आ गए हैं। उन्होंने भारत के पूर्व दिग्गज बिशन सिंह बेदी को पीछे छोड़ा है।
टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले लेफ्ट आर्म स्पिनर्स
- 433 - रंगाना हेराथ (श्रीलंका)
- 362 - डैनियल विटोरी (न्यूजीलैंड)
- 297 - डेरेक अंडरवुड (इंग्लैंड)
- 267 - रवींद्र जडेजा (भारत)
- 266 - बिशन सिंह बेदी (भारत)
रवींद्र जडेजा ने ओवल में जारी खिताबी मुकाबले की पहली पारी में भी एक विकेट लिया था। फिर बल्ले से भी उन्होंने बहुमूल्य योगदान दिया और 51 गेंदों पर 48 रनों की पारी खेली। टीम इंडिया ने 71 रन पर एक समय चार विकेट गंवा दिए थे। फिर जडेजा ने रहाणे के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 71 रनों की पार्टनरशिप की। वह शानदार लय में दिख रहे थे कि नाथन लायन की एक उछाल भरी टर्निंग बॉल पर वह स्लिप में आउट हो गए। उनके करियर की बात करें तो जडेजा ने भारत के लिए 65 टेस्ट मैचों में कुल 2706 रन बनाए हैं। वहीं उनके नाम अब 267 विकेट दर्ज हो चुके हैं। ओवल टेस्ट की दूसरी पारी में उनकी गेंदबाजी जारी है और इसके बाद बल्लेबाजी भी आनी है। यानी अभी यह आंकड़ बदल सकते हैं।