टी20 वर्ल्ड कप 2024 में भारतीय टीम ने रोहित शर्मा की कप्तानी में ग्रुप ए के अपने शुरुआती तीन मुकाबलों में जीत हासिल करने के साथ सुपर 8 के लिए अपनी जगह को पक्का कर लिया है। टीम इंडिया ने 12 जून को अमेरिका के खिलाफ न्यूयॉर्क के मैदान पर खेले गए मुकाबले को 7 विकेट से अपने नाम किया, वहीं इससे पहले उन्होंने आयरलैंड को 8 विकेट से जबकि पाकिस्तान को 6 रनों से मात दी थी। भारतीय टीम के लिए अब तक इस टी20 वर्ल्ड कप में रणनीति के नजरिए से सबकुछ ठीक दिखा है लेकिन स्टार ऑलराउंडर खिलाड़ी रवींद्र जडेजा तीनों ही मुकाबलों में टीम की जीत में कोई भी योगदान देते हुए नजर नहीं आए हैं।
बल्लेबाजी में नहीं खुला खाता, गेंदबाजी में भी नहीं हासिल किया एक भी विकेट
रवींद्र जडेजा की गिनती भारतीय टीम के मैच विनर खिलाड़ियों में की जाती है जिनके प्लेइंग 11 में होने से टीम का संतुलन भी बेहतर दिखने लगता है। जडेजा को इस टी20 वर्ल्ड कप में अब तक सिर्फ 2 मैचों में ही गेंदबाजी करने का मौका मिला जिसमें उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ एक जबकि पाकिस्तान के खिलाफ मैच में 2 ओवर्स की गेंदबाजी की थी और कुल 3 ओवर्स की बॉलिंग में जहां जडेजा ने 17 रन दिए तो वहीं एक भी विकेट हासिल करने में कामयाब नहीं हो सके। जडेजा को इसके अलावा पाकिस्तान के खिलाफ मैच में बल्लेबाजी का मौका मिला था लेकिन वह अपनी पारी की पहली ही गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठे। जडेजा की गिनती बेहतरीन फील्डरों में भी की जाती है, लेकिन अब तक हुए तीनों ही मैचों में उनके खाते में एक भी कैच नहीं जुड़ा है और ना ही वह कोई रन आउट करने में कामयाब हो सके हैं।
सुपर 8 में जडेजा से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद
भारतीय टीम को अभी अपने ग्रुप स्टेज का आखिरी मुकाबला 15 जून को कनाडा की टीम के खिलाफ फ्लोरिडा के मैदान पर खेलना है, इसके बाद टीम इंडिया सुपर 8 के मुकाबले खेलने के लिए वेस्टइंडीज रवाना हो जाएगी। रवींद्र जडेजा का टी20 इंटरनेशनल में वेस्टइंडीज में रिकॉर्ड देखा जाए तो यहां पर उन्होंने 7 मैचों में 21.67 के औसत से जहां कुल 65 रन बनाए हैं तो वहीं गेंदबाजी में उन्होंने 4 विकेट अपने नाम किए हैं।
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