भारतीय टीम के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली थी। उनकी जगह रवींद्र जडेजा को मौका मिला था। अश्विन अभी भारतीय टीम के साथ वेस्टइंडीज के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेल रहे हैं, जहां उन्होंने पहले टेस्ट की पहली पारी में 5 विकेट हासिल किए। इसके बाद अश्विन ने बड़ा बयान दिया है। आइए जानते हैं, इसके बारे में।
WTC फाइनल से बाहर थे अश्विन
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में रविचंद्रन अश्विन को प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिला था। इस पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने इसके बारे में बात की है। यह किसी भी क्रिकेटर के लिए काफी मुश्किल होता है जब आपके पास डब्ल्यूटीसी फाइनल में खेलने का मौका हो लेकिन अंत में बाहर बैठना पड़े। लेकिन अगर मैं ड्रेसिंग रूम में निराशा में बैठा रहूं तो मुझमें और एक अन्य व्यक्ति में क्या अंतर होगा।
ऐसा करने वाले बने तीसरे भारतीय
रविचंद्रन अश्विन ने भारत के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में 700 विकेट पूरे कर लिए हैं। वह अनिल कुंबले (956) और हरभजन सिंह (711) के बाद इस उपलब्धि को हासिल करने वाले तीसरे भारतीय गेंदबाज बन गए। उन्होंने कहा कि इस दुनिया में कोई भी क्रिकेटर या इंसान ऐसा नहीं है जो उतार चढ़ाव से नहीं गुजरा हो। जब आप असफलता के दौर से गुजरते हो तो आपके पास दो विकल्प होते हैं, या तो उदास हो जाओ, इसके बारे में बात करो और फिर शिकायत करते हुए निराश हो जाओ। या फिर इससे सीख हासिल करो। मैं चीजों से लगातार सीख लेता रहता हूं।
रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि जब आपका अच्छा दिन होता है तो आप जानते हो कि आपके लिए दिन अच्छा रहा लेकिन ऐसी भी चीजें होती हैं जिन पर आप काम कर सकते हो और कल इन्हें बेहतर कर सकते हो। अच्छा करने की लगातार खोज करने ने ही मुझे अच्छी लय में बनाए रखा हुआ है, लेकिन यह सफर इतना आसान भी नहीं रहा है। मेरे लिए यह यात्रा काफी थकाने वाली रही है लेकिन मैं उन सभी असफलताओं का बहुत बहुत शुक्रगुजार हूं क्योंकि इनके बिना सफलता नहीं मिल पाती।