Highlights
- रविचंद्रन अश्विन ने 2010 में किया था इंटरनेशनल डेब्यू
- भारत के दूसरे सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं अश्विन
- गेंदबाजी के अलावा बल्लेबाजी में भी रहता है अश्विन का बहुमूल्य योगदान
Ravichandran Ashwin: भारत के सबसे तेज 400 टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज, दुनिया के सबसे तेज 350 टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज, सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग से भी ज्यादा मैन ऑफ द सीरीज जीतने वाले क्रिकेटर...हम बात कर रहे हैं ऐसी ही कई उपलब्धियों के नायक और भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार या कहें महान स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की। अश्विन का जन्म 17 सितंबर 1986 को तमिलनाडु के चेन्नई में हुआ था। उनके जीवन में यूं तो कई ऐसी उपलब्धियां हैं जिनके बारे में सभी को पता है। लेकिन उनके जीवन के कई ऐसे पहलू भी हैं जो शायद हर किसी को नहीं पता हैं।
रविचंद्रन अश्विन को पहली बार आईपीएल के 2010 संस्करण में चेन्नई सुपर किंग्स ने खरीदा था। उसी साल फिर उन्हें टीम इंडिया में भी वनडे फॉर्मेट से इंटरनेशनल डेब्यू का मौका मिला था। टी20 में भी कुछ ही वक्त बाद 2010 में ही उन्हें कैप मिल गई थी। 2011 में उन्होंने टेस्ट में भी डेब्यू कर लिया। कुछ वक्त तक तीनों फॉर्मेट में वह टीम इंडिया के एक बड़े मैच विनर बनकर साबित हुए। लेकिन 2016-17 के बाद वह महज टेस्ट क्रिकेटर बनकर रहे गए थे। हालांकि, वर्तमान में वह लिमिटेड ओवर में भी टीम इंडिया का हिस्सा हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं इस दिग्गज स्पिनर ने एक पेसर के तौर पर शुरुआत की थी?
तेज गेंदबाजी से की थी अश्विन ने शुरुआत
86 टेस्ट मैचों में 442 विकेट और कुल 255 इंटरनेशनल मैचों में 659 विकेट लेने वाले महान स्पिनर रविचंद्रन अश्विन पहले एक तेज गेंदबाज थे। जी हां, अश्विन अपने स्कूल के दिनों से ही क्रिकेट खेलते थे और उनके पिता भी एक क्लब क्रिकेटर थे। अश्विन अपने शुरुआती दिनों में एक तेज गेंदबाज और ओपनर हुआ करते थे। लेकिन जैसे-जैसे वह प्रोफेशनल क्रिकेट की ओर बढ़ते गए उन्होंने अपनी गेंदबाजी शैली को स्पिन में बदल दिया। अब उनका स्पिनर के लिहाज से कद क्या है, उसका अंदाजा उनके आंकड़ों से लगा सकते हैं।
पढ़ाई में भी पीछे नहीं थे अश्विन
रविचंद्रन अश्विन एक महान स्पिनर, ओपनर और पेसर थे ये तो आपने जान लिया, अब जानिए कि वह पढ़ाई में भी किसी से कम नहीं थे। अश्विन एक इंटरनेशनल क्रिकेटर से पहले इंजीनियर भी थे। वह बचपन से ही खेल की दुनिया में अपना करियर बनाना चाहते थे लेकिन उनकी मां पढ़ाई को लेकर काफी सख्त थीं। उनके माता-पिता ने उन्हें कभी भी क्रिकेट खेलने से रोका नहीं लेकिन अश्विन ने पढ़ाई भी जारी रखी। उन्होंने बाद में चेन्नई के एक नामी कॉलेज से बीटेक की पढ़ाई की और बाद में वह इंजीनियर भी बने।
दिलचस्प है रविचंद्रन अश्विन की लव स्टोरी
अब यह तो हो गई रविचंद्रन अश्विन के करियर की बात अब अगर उनकी पर्सनल लाइफ की बात करें तो उनकी लव स्टोरी भी काफी दिलचस्प रही है। अश्विन ने अपनी बचपन की दोस्त प्रीति नारायण से नवंबर 2011 में शादी की थी। लंबे समय तक दोनों ने एक दूसरे को डेट किया। चेन्नई के एसएन कॉलेज में दोनों ने एकसाथ बीटेक की पढ़ाई की थी। कॉलेज के दिनों में ही दोनों की दोस्ती प्यार में तब्दील हो गई। इसके बाद 13 नवंबर 2011 को दोनों शादी के पवित्र बंधन में बंध गए।