पिछले एक दशक में रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की जोड़ी ने टीम इंडिया को कई मैच जिताए हैं। इन दोनों स्पिनर्स के आगे दुनिया के बड़े से बड़े बल्लेबाज भी टिक नहीं पाते हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में इन दोनों गेंदबाजों ने कुल 17 विकेट अपने नाम किए थे। वहीं, दूसरे टेस्ट में भी ये स्पिन जोड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रही है। अश्विन और जडेजा ने बड़ा करिश्मा करते हुए टेस्ट क्रिकेट में एक बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है। आइए जानते हैं, इसके बारे में।
अश्विन-जडेजा ने इस क्लब में मारी एंट्री
रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की जोड़ी टेस्ट क्रिकेट में एक साथ खेलते हुए 500 विकेट लेने वाली देश की दूसरी जोड़ी बन गई है। उन्होंने त्रिनिदाद टेस्ट के चौथे दिन यह उपलब्धि हासिल की जब अश्विन ने वेस्टइंडीज के दो विकेट हासिल किए। स्टार स्पिनर ने क्रेग ब्रेथवेट और किर्क मैकेंजी के विकेट लेकर 500 का जादुई आंकड़ा छुआ। अश्विन-जडेजा से पहले भारत के लिए एक साथ 500 विकेट लेने का कारनामा सिर्फ हरभजन सिंह और अनिल कुंबले की जोड़ी ही कर पाई थी।
पहले ये दो गेंदबाज कर चुके थे ऐसा
हरभजन सिंह और अनिल कुंबले 1990 और 2000 के दशक में विरोधी बल्लेबाजों पर हावी रहे और उन्होंने 501 विकेट एक साथ झटके थे, जिसमें कुंबले ने 281 विकेट और हरभजन ने 220 विकेट अपने नाम किए थे। अब इन दोनों के क्लब में अश्विन और जडेजा की एंट्री हो चुकी है। एक साथ झटके 500 विकेट में अश्विन के नाम 274 विकेट और जडेजा के नाम 226 विकेट थे।
भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट झटके वाली बॉलिंग जोड़ी:
54 टेस्ट में 501 - अनिल कुंबले (281) और हरभजन सिंह (220)
49 टेस्ट में 500 - आर अश्विन (274) और रवींद्र जड़ेजा (226)
42 टेस्ट में 368 - बिशन बेदी (184) और बीएस चंद्रशेखर (184)
भारत को जीत के लिए चाहिए 8 विकेट
मैच के चौथे दिन भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। इंडियन प्लेयर्स ने धमाकेदार अंदाज में बल्लेबाजी की और वेस्टइंडीज को जीतने के लिए 365 रनों का टारगेट दिया, जिसके जवाब में विंडीज की टीम 2 विकेट खोकर 76 रन बना चुकी है। भारत को जीत दर्ज करने के लिए 8 विकेट की आवश्यकता है। वहीं, वेस्टइंडीज को जीतने के लिए 289 रनों की जरूरत है।