भारतीय बल्लेबाजों ने ओवल में जारी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जिस तरह प्रदर्शन किया है, उसके बाद आईपीएल को लेकर लगातार लोगों का गुस्सा देखने को मिल रहा है। अभी तह आईपीएल पर सोशल मीडिया यूजर्स की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही थीं। अब टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच और दिग्गज रवि शास्त्री ने भी भारतीय क्रिकेट बोर्ड और भारतीय खिलाड़ियों की इस मुद्दे को लेकर जमकर क्लास लगाई। अक्सर रवि शास्त्री अपनी निडर और तेज तर्रार बयानबाजी के लिए चर्चा में रहते हैं। आईपीएल को लेकर पिछले साल भी उनका यह बयान सामने आया था।
रवि शास्त्री ने मौजूदा WTC फाइनल में कमेंट्री पैनल का हिस्सा भी हैं। उन्होंनो स्टार स्पोर्ट्स पर ही आईपीएल और टीम इंडिया के खिलाड़ियों की प्राथमिकता को लेकर बयान दिया है। उन्होंने साथ ही बीसीसीआई को भी एक खास नियम बनाने की सलाह दी है। उनका साफ कहना है कि भारतीय खिलाड़ियों को आईपीएल और इंटरनेशनल क्रिकेट के बीच किसी एक को प्राथमिकता देनी होगी। टीम के खिलाड़ियों को तय करना होगा कि उनकी प्राथमिकता क्या है? आपको आईपीएल खेलना है या फिर नेशनल टीम के लिए खेलना आपकी प्राथमिकता है, यह आपको तय करना है। अगर आईपीएल खेलना आपकी प्राथमिकता है तो फिर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप भूल जाओ।
BCCI को दी यह नियम बनाने की सलाह
साथ ही पूर्व कोच ने इसे निर्धारित करने के लिए बीसीसीआई को भी एक नियम बनाने की सलाह दी है। उनका मानना है कि बोर्ड को यह सिस्टम सुधारने के लिए एक खास नियम बनाना होगा। उनके मुताबकि, आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट में एक ऐसा नियम लाना होगा जिससे भारतीय टीम के हित के लिए खिलाड़ी को टीम से बाहर आने की अनुमति होनी चाहिए। उनके पास उसका अधिकार होना चाहिए। शास्त्री ने कहा, पहले आप यह नियम बनाएं फिर उसके बाद फ्रेंचाइजीज इस पर फैसला करें कि वह कितना इनवेस्ट करना चाहते हैं। यह अहम बात होगी। आपके पास देश में स्पोर्ट को आगे ले जाने की कस्टडी है और आप क्रिकेट कंट्रोल करते हैं भारत में तो यह नियम लाना अनिवार्य है।
रवि शास्त्री अक्सर इंटरनेशनल क्रिकेट और आईपीएल के बीच सामंजस्य बिठाने का मुद्दा उठाते रहे हैं। उन्होंने पिछले साल भी कुछ ऐसा ही बयान दिया था। हाल ही में उन्होंने आईपीएल 2023 के दौरान भी कई बार भारतीय टीम के खिलाड़ियों को WTC फाइनल के लिए वर्कलोड मैनेजमेंट की सलाह कमेंट्री के जरिए दी थी। वह कहते रहे थे कि इस महामुकाबले के लिए बीसीसीआई, चयनकर्ता और आईपीएल फ्रेंचाइजीज को इसके लिए फैसला करना होगा। पर ऐसा कुछ नहीं हुआ। खिलाड़ी 29 मई तक आईपीएल में व्यस्त रहे और फिर 7 जून से फाइनल मुकाबला। ऐसे में अचानक टी20 मोड से टेस्ट मोड में आना दिक्कत हो सकती है। उसका ही परिणाम है कि भारतीय खिलाड़ी गलत शॉट खेलकर विकेट गंवा रहे हैं।