टीम इंडिया की टी20 विश्व कप 2022 के सेमीफाइनल में हार के बाद कई सारे सवाल उठ रहे हैं। खिलाड़ियों पर तो सवाल हैं ही, साथ ही बाकी स्टॉफ भी आलोचनाओं का शिकार हो रहा है। रोहित शर्मा को अभी फुलटाइम कप्तान बने करीब एक ही साल हुआ है, लेकिन अब कहा जाने लगा है कि वन डे और टी20 में अलग अलग कप्तान होने चाहिए। इस पर लगातार बहस भी हो रही है। कुछ दिग्गज इसे सही भी मान रहे हैं। इन्हीं में से एक हैं टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री। भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन टी20 मैचों की सीरीज का पहला मैच 18 नवंबर को वेलिंग्टन में खेला जाएगा, इससे पहले मैच के प्रसारणकर्ता प्राइम वीडियो से बात करते हुए रवि शास्त्री ने बहुत सारी बातें की हैं। जिन्हें समझा जाना चाहिए।
रवि शास्त्री बोले, अलग टी20 कप्तान रखने में कोई परेशानी नहीं
टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने कहा कि अलग टी20 कप्तान रखने में कोई दिक्कत नहीं है और उन्होंने स्टार आलराउंडर हार्दिक पांड्या को इसके लिए बेहतर बताया। फुलटाइम कप्तान रोहित शर्मा की गैरहाजिरी में हार्दिक पांड्या न्यूजीलैंड में शुरू हो रही तीन मैचों की टी20 सीरीज में टीम की कप्तानी करेंगे। इससे पहले रवि शास्त्री ने कहा कि इतना क्रिकेट हो रहा है कि एक खिलाड़ी के लिए खेल के सभी तीनों फॉर्मेट में खेलना कभी भी आसान नहीं होगा। रवि शास्त्री ने कहा कि अगर रोहित टेस्ट और वनडे में कप्तानी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं तो नया टी20 अंतरराष्ट्रीय कप्तान रखने में कोई बुराई नहीं है और अगर वह हार्दिक पांड्या हैं तो वही सही।
दो साल बाद वेस्टइंडीज और अमेरिका में होना टी20 विश्व कप
रवि शास्त्री ने कहा कि यह आगे बढ़ने का तरीका है और वीवीएस लक्ष्मण विशेषज्ञों की तलाश करेंगे, विशेषकर युवाओं में से। उन्होंने कहा कि यही मंत्र होना चाहिए कि अब से दो वर्षों तक पहचानें और ऐसी टीम तैयार करें जो शानदार फील्डिंग करने वाली हो और इन युवाओं के लिए भूमिकाएं तय करें जो बिना किसी दबाव के निडर होकर बढ़िया क्रिकेट खेलें। न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए शुभमन गिल, उमरान मलिक, इशान किशन और संजू सैमसन को मौका दिया गया है जबकि सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया गया है। रवि शास्त्री को लगता है कि भारतीय टीम टीम मैनेजमेंट को युवाओं को निखारकर इंग्लैंड की सफेद गेंद क्रिकेट की योजना की तर्ज पर काम करना चाहिए, जिससे उसने वनडे और टी20 विश्व कप विजेता बनने का गौरव हासिल किया। उन्होंने कहा कि इस टीम के पास भविष्य में खिलाड़ियों की भूमिका, मैच विजेता तराशने और इंग्लैंड के खाके की तरह बढ़ने का मौका होगा। रवि शास्त्री ने कहा कि 2015 विश्व कप के बाद उन्होंने खेल के फॉर्मेट भले ही टी20 क्रिकेट हो या फिर 50 ओवर का क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की पहचान की। इसका मतलब अगर कुछ सीनियर खिलाड़ी हैं तो उन्हें बैठना होगा। और उन्होंने युवाओं को लिया जो निडर थे और खेल के अनुसार खुद को ढाल सकते थे। उन्होंने कहा कि भारत के पास स्रोतों का भंडार है और यह इस दौरे से ही शुरू हो सकता है। यह युवा टीम है और आप पहचान करके इस टीम को निखार सकते हो।
(PTI inputs)