Highlights
- टी20 विश्व कप 2021 और वन डे विश्व कप 2019 में टीम के हेड कोच थे रवि शास्त्री
- टी20 विश्व कप 2021 में टीम पहले दौर से हो गई थी बाहर, वन डे विश्व कप के सेमीफाइनल में हारी
- साल 2013 के बाद से अब तक भारतीय क्रिकेट टीम नहीं जीत पाई है एक भी आईसीसी ट्रॉफी
Ravi Shastri- Hardik Pandya : टीम इंडिया साल 2013 के बाद से एक भी बार आईसीसी की ट्रॉफी अपने नाम नहीं कर पाई है। उस साल एमएस धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्जा किया था, लेकिन उसके बाद से भारतीय टीम एक अदद आईसीसी ट्रॉफी के लिए भी तरस रही है। इस बीच विराट कोहली टीम इंडिया के लंबे अर्से तक कप्तान रहे और रवि शास्त्री जैसा दिग्गज खिलाड़ी कोच रहा, इसके बाद भी भारतीय टीम बड़े मौकों पर चूकती रही है। इस बीच हेड कोच से अब कमेंटेटर बच चुके रवि शास़्त्री ने बड़ी बात कही है, उन्होंने इस बात का खुलासा किया है कि भारतीय टीम विश्व कप जीतने में कामयाब क्यों नहीं हो पाई। इसका क्या कारण रहा।
रवि शास्त्री ने हार को लेकर किया बड़ा खुलासा
भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेली जा रही वन डे सीरीज के दौरान हेड कोच रहे रवि शास्त्री ने फैनकोड से बात करते हुए कहा है कि वे हमेशा से चाहते रहे हैं कि टीम के टॉप 6 में कुछ ऐसे खिलाड़ी हों, जो मौका पड़ने पर गेंदबाजी करे और विकेट भी निकाले जाएं। उन्होंने बताया कि टी20 विश्व कप 2021 से पहले हार्दिक पांड्या चोटिल हो गए थे और इसके बाद ये समस्य बड़ी हो गई थी। रवि शास्त्री का कहना है हमारे पास हार्दिक पांड्या एक बेहतर विकल्प थे, लेकिन वे चोटिल हो गए और इसके बाद परेशानी बढ़नी शुरू हो गई। हमारे पास टॉप 6 में गेंदबाजी का कोई ऑप्शन ही नहीं था। काफी हद तक यही कारण साल 2019 में खेले गए वन डे विश्व कप में भी रहा। रवि शास्त्री ने ये भी कहा कि सेलेक्टर्स से उन्होंने कहा था कि हार्दिक पांड्या के विकल्प की खोज की जानी चाहिए।
हार्दिक पांड्या ने विश्व कप में नहीं की थी गेंदबाजी
आपको याद ही होगा कि टी20 विश्व कप 2021 में हार्दिक पांड्या बतौर ऑलराउंडर शामिल किए गए थे, लेकिन वे एक भी मैच में गेंदबाजी नहीं कर सके। इतना ही नहीं, वे बल्ले से भी उस तरह का योगदान नहीं दे पाए, जिसके लिए वे जाने और पहचाने जाते हैं। टी20 विश्व कप के बाद उन्होंने रेस्ट लिया, अपनी तैयारी की और फिर सीधे आईपीएल में उतरे। इस बार मुंबई इंडियंस ने उन्हें रिलीज कर दिया था, इसलिए वे गुजरात टाइटंस के साथ जुड़े और उन्होंने अपनी कप्तानी में टीम को पहली बार में ही आईपीएल का खिताब दिला दिया। इसके बाद उनकी टीम इंडिया में वापसी हुई। आईपीएल से ही उन्होंने गेंदबाजी शुरू कर दी थी और अभी भी भारतीय टीम के लिए कर रहे हैं। साथ ही विकेट भी निकाल रहे हैं। अब इसल साल फिर से विश्व कप होना है, इसमें भारतीय टीम नए इरादोें के साथ उतरने की तैयारी कर रही है।