भारतीय तेज गेंदबाजों इशांत शर्मा और नवदीप सैनी की वापसी से मजबूत हुई दिल्ली की टीम गुरुवार से यहां झारखंड के खिलाफ शुरू हो रहे रणजी ट्रॉफी ग्रुप एच मैच में जीत दर्ज करने के इरादे से उतरेगी। तमिलनाडु के खिलाफ पहली पारी में बढ़त गंवाने के बाद ड्रॉ हुए मुकाबले में दिल्ली को नॉकआउट की दौड़ में बने रहने के लिए जीत की जरूरत है। गुरुवार से यहां श्रीलंका के खिलाफ शुरू हो रही श्रृंखला के लिए नहीं चुने गए इशांत अपनी अहमियत साबित करने को बेताब होंगे।
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भारत के लिए 105 टेस्ट खेलने वाले इशांत पिछले हफ्ते दिल्ली की टीम से जुड़े थे और पृथकवास से जुड़ी जरूरतों के कारण पहले मैच में नहीं खेल पाए। इससे पहले उन्होंने लीग चरण में नहीं खेलने की योजना बनाई थी। टीम के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, ‘‘इशांत और सैनी दोनों कल खेलने को तैयार हैं।’’ सैनी भी टीम से देर से जुड़े और पहले मैच में नहीं खेल पाए। बल्लेबाजी विभाग में सभी की नजरें भारत की अंडर-19 विश्व कप विजेता टीम के कप्तान यश धुल पर टिकी होंगी जिन्होंने प्रथम श्रेणी में यादगार डेब्यू करते हुए तमिलनाडु के खिलाफ दोनों पारियों में शतक जड़े और टूर्नामेंट के इतिहास में ऐसा करने वाले सिर्फ तीसरे बल्लेबाज बने। लंबे समय से लाल गेंद का क्रिकेट नहीं खेलने वाले धुल ने शानदार कौशल और धैर्य दिखाया जब उन्हें पहले ही मैच में पारी का आगाज करने को कहा गया।
दिल्ली के कोच राजकुमार शर्मा को पहले ही लगता है कि धुल भारत की सीनियर टीम के लिए खेलने को तैयार हैं तथा एक और ठोस प्रदर्शन के बाद चयनकर्ताओं के लिए लंबे समय तक उन्हें नजरअंदाज करना आसान नहीं होगा। छत्तीसगढ़ के खिलाफ पहले मैच गंवाने के बाद झारखंड की टीम दबाव में होगी। सौरभ तिवारी की अगुआई वाली टीम छत्तीसगढ़ के खिलाफ दो पारियों में 169 और 133 रन बनाने के बाद बेहतर प्रदर्शन करने के इरादे से उतरेगी।