Highlights
- रणजी ट्रॉफी के फाइनल में एमपी ने मुंबई को छह विकेट से हराया
- टीम ने कोच चंद्रकांत पंडित को कंधे पर उठाकर मैदान में घुमाया
- रणजी ट्रॉफी की सबसे बड़ी चैंपियन टीम मुंबई को मिली हार
रणजी ट्रॉफी 2022 के फाइनल में आज मध्य प्रदेश की क्रिकेट टीम ने इतिहास रच दिया। मध्य प्रदेश ने बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में रणजी ट्रॉफी फाइनल में मुंबई को छह विकेट से हराकर अपना पहला खिताब जीत लिया है। मध्य प्रदेश को मैच की आखिरी पारी में जीत के लिए महज 108 रनों की जरूरत थी। मध्य प्रदेश ने पहली पारी में 162 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल करने के बाद 29.5 ओवर में जरूरी रन जुटाकर जीत दर्ज कर ली। मध्य प्रदेश की इस जीत में टीम के कोच चंद्रकांत पंडित का बहुत बड़ा योगदान रहा है। बतौर कोच ये चंद्रकांत पंडित का छठा रणजी ट्रॉफी का खिताब है। वहीं मध्य प्रदेश की टीम भी पहली बार चंद्रकांत पंडित की कोचिंग में ये खिताब जीतने में कामयाब रही है।
मध्य प्रदेश की टीम ने कोच चंद्रकांत पंडित को कंधे पर उठाया, छलक पड़े खुशी के आंसू
मध्य प्रदेश की टीम ने जब रणजी का खिताब अपने नाम कर लिया, उसके बाद पूरी टीम ने कोच चंद्रकांत पंडित को अपने कंधे पर उठा लिया और पूरे मैदान का चक्कर लगाया। इस मौके पर कोच चंद्रकांत पंडित बेहद खुश थे, उनकी खुशी का आलम ये था कि उनकी आंखों से खुशी के आंसू भी बह निकले। मैच के बाद कोच चंद्रकांत पंडित ने कहा कि ये एक यादगार लम्हा है। अब से करीब 23 साल पहले इसी मैदान पर मेरे लिए कुछ छूट गया था। लेकिन भगवान के आशीर्वाद से मैं फिर यहां आया और जो रह गया था उसे पूरा कर लिया। उन्होंने कहा कि मैं बतौर कप्तान यहां चूक गया था, लेकिन आदित्य श्रीवास्तव ने ये कर दिखाया।
मुंबई और विदर्भ को भी अपनी कोचिंग में जिता चुके हैं रणजी का खिताब
चंद्रकांत पंडित इससे पहले मुंबई के भी कोच रहे हैं। चंद्रकांत पंडित की कोचिंग में ही मुंबई ने तीन बार रणजी का खिताब अपने नाम किया था। पहली बार साल 2003 में, उसके बाद साल 2004 में और उसके बाद जब मुंबई ने साल 2016 में ये खिताब जीता तब चंद्रकांत पंडित ही टीम के कोच थे। इसके बाद चंद्रकांत पंडित ने साल 2018 और 2019 में विदर्भ को भी अपनी कोचिंग में चैंपियन बनाया था। अब उन्होंने पहली बार मध्य प्रदेश को भी रणजी ट्रॉफी का चैंपियन बना दिया है।
चंद्रकांत पंडित रणजी ट्रॉफी में मुख्य कोच के रूप में
2003 : मुंबई जीता
2004 : मुंबई जीता
2016 : मुंबई जीता
2018 : विदर्भ जीता
2019 : विदर्भ जीता
2022 : मध्य प्रदेश जीता