Ranji Trophy 2022-23 Quarterfinals: रणजी ट्रॉफी 2022-23 के क्वार्टरफाइनल मुकाबले जारी हैं और तीसरे दिन तक पंजाब, बंगाल और कर्नाटक की टीमें मजबूत स्थिति में थी। वहीं आंध्रा और एमपी के बीच जारी मुकाबले में मध्यप्रदेश के गेंदबाजों ने अपनी टीम की वापसी करवाई। टीम इंडिया के गेंदबाज आवेश खान के 24 रन पर चार विकेट की बदौलत दूसरी पारी में आंध्र प्रदेश की टीम महज 93 रन पर सिमट गई। वहीं पंजाब ने सौराष्ट्र के खिलाफ अच्छी बढ़त बना ली थी तो कर्नाटक की टीम उत्तराखंड के खिलाफ जीत के करीब पहुंच गई है। बंगाल ने भी झारखंड के खिलाफ भारतीय ऑलराउंडर शाहबाज अहमद की शानदार पारी की बदौलत अच्छी बढ़त बनाई। आइए जानते हैं अब सभी मैचों का बारी-बारी से अपडेट।
पंजाब ने बनाई सौराष्ट्र के खिलाफ बढ़त
कप्तान मंदीप सिंह की 91 रनों की संयमित पारी की बदौलत पंजाब ने सौराष्ट्र के खिलाफ रणजी ट्राफी क्वार्टरफाइनल मैच में तीसरे दिन पहली पारी में 128 रन की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की। मंदीप ने 206 गेंद का सामना करते हुए अपनी पारी के दौरान नौ चौके और एक छक्का जड़ा। पंजाब की टीम ने 124.3 ओवर में 431 रन बनाए जबकि सौराष्ट्र ने पहली पारी में 303 रन बनाए थे। सौराष्ट्र के लिए धर्मेंद्रसिंह जडेजा ने 41.3 ओवर में 109 रन देकर पांच विकेट झटके। सौराष्ट्र ने स्टंप तक दूसरी पारी में 54 ओवर खेलकर चार विकेट पर 138 रन बना लिए थे, जिससे उसकी कुल बढ़त 10 रन की हो गई थी। कप्तान अर्पित वासवदा 44 और चिराग जानी 35 रन बनाकर क्रीज पर डटे थे। इन दोनों ने पांचवें विकेट के लिये नाबाद 78 रन की साझेदारी भी कर ली थी। पंजाब के लिए बाएं हाथ के स्पिनर विनय चौधरी ने 23 ओवर में 61 रन देकर तीन विकेट झटके। उन्होंने शीर्ष चार में से तीन बल्लेबाजों के विकेट हासिल किए।
श्रेयस गोपाल ने कर्नाटक को दिलाई विशाल लीड
आल राउंडर श्रेयस गोपाल की करियर की सर्वश्रेष्ठ 161 रन की नाबाद पारी से कर्नाटक ने रणजी ट्राफी क्वार्टरफाइनल में उत्तराखंड के खिलाफ पहली पारी के आधार पर 490 रन की विशाल बढ़त हासिल की। तीसरे दिन स्टंप तक उत्तराखंड की टीम दूसरी पारी में तीन विकेट पर 106 रन बना चुकी थी और अब भी 384 रन से पीछे है। दीक्षांशु नेगी और स्वप्निल सिंह 27-27 रन बनाकर खेल रहे थे। विदवथ कावेरप्पा (22 रन देकर दो विकेट) ने उत्तराखंड की सलामी जोड़ी अवनीश सुधा (04) और जीवनजोत सिंह (24 रन) को आउट किया जबकि डेब्यू कर रहे एम वेंकटेश ने दिल्ली के पूर्व बल्लेबाज कुणाल चंदेला का विकेट झटका जो विदर्भ के खिलाफ 2016-17 फाइनल में उसके लिए खेले थे। कर्नाटक ने पांच विकेट पर 474 रन से आगे तीसरे दिन खेलना शुरू किया था। टीम की रणनीति साफ थी कि वह पारी घोषित नहीं करेगी। शतकवीर गोपाल ने वही लय जारी रखते हुए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 3000 रन पूरे किए।
बंगाल को भी मिली झारखंड के खिलाफ लीड
बंगाल की टीम ने भी झारखंड के खिलाफ क्वार्टरफाइनल मैच में तीसरे दिन शाहबाज अहमद के शानदार हरफनमौला प्रदर्शन की बदौलत रणजी ट्राफी में लगातार तीसरे सेमीफाइनल में पहुंचने की ओर कदम बढ़ा लिए हैं। छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे बाएं हाथ के बल्लेबाज अहमद ने 120 गेंद में नौ चौको और दो छक्के से 81 रन की पारी खेली और शीर्ष स्कोरर रहे जिससे बंगाल ने पहली पारी में 328 रन का स्कोर बनाया। इससे उसने पहली पारी के आधार पर 155 रन की बढ़त हासिल की। तीसरे दिन स्टंप तक झारखंड की टीम ने दूसरी पारी में 162 रन तक सात विकेट गंवा दिए थे और वह महज सात रन से आगे थी। तीसरे दिन कुल 11 विकेट गिरे। मैच में दो दिन का खेल बाकी है और झारखंड के निचले क्रम के बल्लेबाज हार को कुछ देर तक टालने की कोशिश करेंगे। शाहबाज अहमद ने गेंद से भी प्रभावित किया था। उन्होंने दूसरी पारी में अनुकूल रॉय (40 रन) और झारखंड के कप्तान विराट सिंह (29 रन) के विकेट झटके थे।
आवेश खान ने करवाई एमपी की वापसी
आवेश खान (24 रन पर चार विकेट) के नेतृत्व में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन से मध्य प्रदेश ने रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल मुकाबले में तीसरे दिन आंध्र की दूसरी पारी को महज 93 रन पर समेट दिया। इस मुकाबले में शानदार गेंदबाजी से एमपी ने वापसी की। पहली पारी में 151 रन से पिछड़ने वाली मध्य प्रदेश को जीत के लिए 245 रन का लक्ष्य मिला और दिन का खेल खत्म होने तक टीम ने बिना किसी नुकसान के 58 रन बना लिए थे। आंध्र के कप्तान हनुमा विहारी ने पहली पारी की तरह दूसरी पारी में भी शानदार जज्बा दिखा और कलाई में गंभीर चोट के बावजूद बल्लेबाजी लिए 11वें नंबर पर उतरे। दाएं हाथ के बल्लेबाज विहारी ने चोट को गंभीर होने से बचाने के लिए बाएं हाथ से बल्लेबाजी की और 15 रन का योगदान देकर टीम के स्कोर को 90 के पार पहुंचाया। उन्होंने 16 गेंद की अपनी पारी में तीन चौके भी जड़े।
अगर मध्य प्रदेश की टीम आंध्र को हरा देती है तो पिछली बार की तरह सेमीफाइनल में फिर बंगाल और मध्य प्रदेश एक दूसरे के आमने-सामने हो सकते हैं। बंगाल की बात करें तो वह इससे पहले पांच में से तीन सत्र के सेमीफाइनल में पहुंचा है। टीम को 2019-20 के फाइनल में सौराष्ट्र से हार मिली थी। उधर दूसरा सेमीफाइनल कर्नाटक और पंजाब के बीच खेला जा सकता है। रणजी ट्रॉफी 2022-23 के सेमीफाइनल मुकाबले 8 से 12 फरवरी तक खेले जाएंगे। वहीं फाइनल मुकाबला 16 से 20 फरवरी तक होगा।