भारतीय क्रिकेट टीम इस साल वनडे वर्ल्ड कप में अपने 10 साल के खिताबी सूखे को खत्म करना चाहेगी। लेकिन अगर इस बार भी टीम इंडिया ऐसा करने में चूकती है तो कप्तान रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ पर बड़े सवाल उठेंगे। खासकर कोच द्रविड़ के भविष्य पर फिर बड़ा खतरा खड़ा हो जाएगा। अगर टीम इस बार वर्ल्ड कप जीतने में चूकती है तो द्रविड़ को उनके पद पर बना रहना मुश्किल हो जाएगा। बीसीसीआई ऐसे में नए कोच की तलाश कर सकता है।
द्रविड़ के पद को खतरा
पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक क्रिकेट के दिग्गजों का मानना है कि अगर द्रविड़ कोच पद पर बने रहने के इच्छुक होते हैं तो उन्हें दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीजों के लिए इस पद पर बनाए रखना चाहिए। वर्ल्ड कप के अगले साइकिल से पहले टेस्ट और सीमित ओवरों के फॉर्मेट के लिए अलग-अलग कोच रखने में कोई बुराई नहीं है जैसा कि अभी इंग्लैंड कर रहा है। द्रविड़ की जगह कोच पद के लिए आशीष नेहरा अच्छी पसंद हो सकते हैं क्योंकि आईपीएल में वह काफी सफल रहे हैं लेकिन इस पूर्व तेज गेंदबाज के करीबियों के अनुसार उनकी नेशनल टीम का कोच बनने में दिलचस्पी नहीं है क्योंकि गुजरात टाइटंस के साथ उनका कॉन्ट्रेक्ट 2025 के सीजन तक है।
अलग-अलग कोच बनाए जाने का भी हो सकता है फैसला
बीसीसीआई के एक सूत्र ने पीटीआई से कहा बातचीत करते हुए कहा कि अगर भारत वर्ल्ड कप जीत जाता है तो द्रविड़ हो सकता है एक बड़े खिताब के साथ अपने कार्यकाल का अंत करें। लेकिन अगर आप मुझसे पूछ रहे हो तो मेरा मानना है कि वर्ल्ड कप के बाद बीसीसीआई को सभी फॉर्मेट के लिए अलग-अलग कोच रखने चाहिए। उन्हें द्रविड़ को टेस्ट टीम का कोच बने रहने के लिए कहना चाहिए। द्रविड़ को रवि शास्त्री की जगह हेड कोच बनाया गया था लेकिन वो लिमिटेड ओवर क्रिकेट में ऐसी कोई खास छाप नहीं छोड़ पाए जिससे कि यह कहा जा सके कि वह चतुर रणनीतिकार हैं।
Input- भाषा