भारतीय टीम के लिए साल 2021 टी20 वर्ल्ड कप के बाद जब से राहुल द्रविड़ ने टीम के हेड कोच की जिम्मेदारी संभाली है, उसके बाद टीम इंडिया दो आईसीसी ट्रॉफी जीतने का मौका गंवा चुकी है। पहले टी20 वर्ल्ड कप 2022 के सेमीफाइनल में इंग्लैंड से मिली हार। उसके बाद वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दूसरे संस्करण के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से भी टीम को हार का सामना करना पड़ा। इसके अलावा टीम इंडिया ने घर पर ऑस्ट्रेलिया से वनडे सीरीज गंवाई। बांग्लादेश में जाकर वहां भी वनडे सीरीज हारी। अब वेस्टइंडीज में क्या हाल है वो सभी के सामने है। इन सबके बाद जहां कोई फैंस सोशल मीडिया पर तो द्रविड़ की आलोचना कर ही रहे हैं। इस कड़ी में अब उनके साथ खेल चुके एक साथी क्रिकेटर ने भी उनकी कोचिंग पर सवाल उठाए हैं।
दरअसल हम बात कर रहे हैं टीम इंडिया के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल की जिन्होंने हेड कोच राहुल द्रविड़ के ऊपर सवाल उठा दिए। काफी टाइम अपने सीनियर द्रविड़ के साथ टीम इंडिया के लिए खेलने वाले पार्थिव ने हार्दिक की कप्तानी पर क्या असर पड़ रहा है, उसका जिक्र करते हुए द्रविड़ पर सवाल खड़े किए। उनका साफतौर पर यह मानना है कि जिस तरह आईपीएल में गुजरात टाइटन्स के लिए हार्दिक कप्तानी करते हैं और उन्हें कोच आशीष नेहरा का सपोर्ट मिलता है। उस तरह टीम इंडिया के अंदर शायद राहुल द्रविड़ का सपोर्ट उन्हें नहीं मिल पाता है। गौरतलब है कि हार्दिक पांड्या की कप्तानी और उनकी गलतियों के ऊपर लगातार कई सवाल उठ रहे हैं।
पार्थिव पटेल ने राहुल द्रविड़ पर उठाए यह सवाल
पार्थिव पटेल ने क्रिकबज से बात करते हुए कहा कि, इस सीरीज के दौरान हार्दिक पांड्या की कप्तानी में दो ऐसी गलतियां हुईं जो चर्चा का विषय हैं। पहले मैच में अक्षर पटेल को उस वक्त ओवर देना जब निकोलस पूरन अटैक कर रहे थे। उसके बाद युजवेंद्र चहल को यहां ओवर नहीं देना। पार्थिव ने आगे कहा कि, हार्दिक पांड्या का रिकॉर्ड गुजरात टाइटन्स के लिए बतौर कप्तान शानदार रहा है और वहां उन्हें आशीष नेहरा का सपोर्ट मिलता है। लेकिन राहुल द्रविड़ शायद टी20 फॉर्मेट के लिए इस रोल में फिट नजर नहीं आ रहे हैं। यहां हमें ऐसे शख्स की जरूरत है जो प्रोएक्टिव हो। हार्दिक के अंदर वो स्पार्क है लेकिन उन्हें सपोर्ट की जरूरत है जो शायद राहुल द्रविड़ से उन्हें नहीं मिल पा रहा है।
पार्थिव ने आगे कहा कि, टी20 क्रिकेट एक ऐसा फॉर्मेट है जो सिर्फ एक मोमेंट से ही बदल सकता है। एक फैसला यहां टीम को कहीं से कहीं पहुंचा सकता है। ऐसा ही दूसरे टी20 में हुआ जब हार्दिक पांड्या ने युजवेंद्र चहल को वो 19वां ओवर नहीं दिया। उन्होंने अपने 4 ओवर का कोटा भी नहीं खत्म किया, तो मेरे लिए वो एक मौका था जिसने वेस्टइंडीज के पक्ष में मैच को पहुंचा दिया। इस सीरीज में टीम इंडिया शुरुआती दोनों मुकाबले हारकर पांच मैचों की सीरीज में 0-2 से पीछे है। अगर टीम को सीरीज में बने रहना है तो हर हाल में तीसरा मुकाबला जीतना होगा। अगर भारतीय टीम यह मुकाबला हारी तो 17 साल बाद विंडीज में द्विपक्षीय सीरीज हारने वाले पहले कप्तान हार्दिक पांड्या बन जाएंगे।