R Ashwin Retirement: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया तीसरा टेस्ट मैच भले ही ड्रॉ पर समाप्त हुआ लेकिन आर अश्विन ने एक बड़ा ऐलान कर सभी को चौंका दिया। गाबा में तीसरा टेस्ट खत्म होते ही अश्विन ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया। भारत के लिये अनिल कुंबले (619 विकेट) के बाद सबसे ज्यादा 537 विकेट लेने वाले अश्विन ने ब्रिसबेन में तीसरा टेस्ट ड्रॉ रहने के बाद कप्तान रोहित शर्मा के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि वह ज्यादा समय नहीं लेंगे। यह भारतीय टीम के क्रिकेटर के रूप में उनका आखिरी दिन है। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि उनके अंदर अभी थोड़ा क्रिकेट बाक़ी है, लेकिन वह उसको अब क्लब लेवल पर दिखाना चाहेंगे।
अश्विन ने आगे कहा कि उन्होंने अपने करियर का पूरा मजा लिया। उनकी रोहित और बाकी खिलाड़ियों के साथ कई यादें हैं। उन्होंने बीसीसीआई और अपने साथी खिलाड़ियों का भी धन्यवाद अदा किया। यह उनके लिए एक भावुक पल है और अब वह कोई सवाल नहीं ले पाएंगे। उसके लिए वह आप सबसे माफी मांगते हैं। इसके बाद उन्होंने कोई सवाल लेने से इनकार कर दिया और रिटायरमेंट की घोषणा करके चले गए। रोहित ने अश्विन के जाने के बाद कहा कि हमें उसकी इच्छा का सम्मान करना चाहिए। इंटरनेशनल रिटायरमेंट के ऐलान से पहले आर अश्विन ड्रेसिंग रूम में विराट कोहली के साथ भावुक होते नजर आए। इस दौरान वह नम आंखों के साथ विराट कोहली से गले भी मिले।
अश्विन ने दुनिया की दिग्गज टीमों के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 115 और इंग्लैंड के खिलाफ 114 टेस्ट विकेट लेकर संन्यास लिया। उन्होंने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 115 विकेट झटके, जो इस प्रतियोगिता के इतिहास में दूसरे सबसे ज्यादा विकेट हैं। आर अश्विन ने 106 टेस्ट मैचों की 200 पारियों में 537 विकेट अपने नाम किए। इस दौरान उन्होंने 37 बार एक पारी में 5 विकेट लेने का भी बड़ा कारनामा किया। अश्विन के रिटायरमेंट से भारतीय क्रिकेट में एक अहम स्पॉट खाली हो गया जिसको भरना किसी भी खिलाड़ी के लिए आसान नहीं होगा।