आईपीएल 2023 के 66 मुकाबले पूरे हो चुके हैं और अब बारी है लीग स्टेज के अंतिम चार मुकाबलों की। अभी भी प्लेऑफ में सिर्फ गुजरात टाइटंस ही पहुंच पाई है। लेकिन राजस्थान रॉयल्स ने पंजाब किंग्स को हराकर खुद की कुछ प्रतिशत उम्मीदें शायद बराबर रखी हैं। वहीं पंजाब किंग्स का सफर खत्म हो गया है। लेकिन एक समीकरण ऐसा भी है जिसके लिहाज से राजस्थान का भी सफर हम खत्म मान सकते हैं। यानी अब आरसीबी और मुंबई इंडियंस के बीच ही तीसरे-चौथे स्थान को लेकर लड़ाई हो सकती है।
उधर चेन्नई सुपर किंग्स और लखनऊ सुपर जायंट्स के मुकाबले भी शनिवार को होने हैं। इन दोनों मैचों के बाद दूसरे स्थान की टीम फाइनल हो सकती है। वहीं अगर यह दोनों टीमें अपने-अपने मैच हार गईं तो आखिरी तस्वीर के लिए आखिरी मुकाबले तक का इंतजार करना पड़ सकता है। शनिवार को सीएसके का सामना दिल्ली कैपिटल्स से होगा जो पहले से ही बाहर है। वहीं लखनऊ की टीम केकेआर से भिड़ेगी जो अपनी बड़ी जीत तो दर्ज करना चाहेगी, साथ ही अन्य टीमों की हार पर निर्भर करेगी। फिर रविवार को होंगे वो मुकाबले जिनके बाद प्लेऑफ की तस्वीर फाइनल हो जाएगी। रविवार को मुंबई की भिड़ंत सनराइजर्स से होनी है और आरसीबी का मुकाबला लीग के आखिरी मैच में गुजरात टाइटंस से होगा।
राजस्थान जीतकर भी कैसे हुई लगभग बाहर?
आपको बता दें कि राजस्थान रॉयल्स का नेट रनरेट आरसीबी के खिलाफ पिछले मैच में 112 रनों की शर्मनाक हार के बाद काफी कम हो गया था। वहीं आरसीबी उस मैच में संजू सैमसन की टीम से आगे निकल गई थी। आज के मैच में राजस्थान को आरसीबी को नेट रनरेट के मामले में पीछे छोड़ने के लिए 188 रनों का लक्ष्य 18.3 ओवर में चेज करना था। लेकिन टीम ऐसा नहीं कर पाई और उसे जीत मिली 19.3 ओवर मे। यानी उसका नेट रनरेट आरसीबी से कम रह गया। राजस्थान का नेट रनरेट है 0.15 और आरसीबी का नेट रनरेट है 0.18। ऐसे में अगर आरसीबी करीबी अंतर से गुजरात से हारती भी है तो राजस्थान की उम्मीदें खत्म हो सकती हैं।
क्या हैं राजस्थान के लिए प्लेऑफ के बचे हुए समीकरण?
अब राजस्थान के प्लेऑफ में जाने के समीकरणों की बात करें तो यह टीम सिर्फ दूसरों की हार की ही कामना कर सकती है। वहीं अब राजस्थान तब ही पहुंच पाएगी प्लेऑफ में जब सनराइजर्स हैदराबाद रविवार को मुंबई इंडियंस को हरा दे और गुजरात टाइटंस की टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को बुरी तरह मात दे। इस स्थिति में ही राजस्थान पहुंच सकती है। उधर केकेआर को भी लखनऊ से हारना होगा या फिर करीबी जीत दर्ज करनी होगी। अगर केकेआर बड़े अंतर से मैच जीतती है तो उसका नेट रनरेट भी रविवार को आरसीबी और राजस्थान को पार कर सकता है। वहीं केकेआर की हार के बाद ऐसा कोई समीकरण ही नहीं बचेगा।