Highlights
- रवि शास्त्री ने कहा- द्विपक्षीय सीरीज की जगह विश्व कप तक सीमित रहे टी20 फॉर्मेट
- IPL को साल में दो बार करवाने पर भी पूर्व हेड कोच ने आकाश चोपड़ा के सुझाव का समर्थन किया
- शास्त्री ने कहा- टी20 सीरीज के मुकाबलों में जीत या हार कोई नहीं याद रखता
भारतीय टीम 9 से 19 जून तक साउथ अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज खेलेगी। इस सीरीज से पहले टीम के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने एक तरह से इस फॉर्मेट में द्विपक्षीय सीरीज (Bilateral Series) को महत्वहीन बताया है। उन्होंने कहा कि उनका मानना है इसे सिर्फ विश्व कप और फ्रेंचाइजी क्रिकेट तक ही सीमित रखा जाना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने आकाश चोपड़ा के सुझाव का समर्थन करते हुए आईपीएल के भी दो चरण वाले फॉर्मेट की बात कही है।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री मानते हैं कि टी20 फॉर्मेट इंटरनेशनल टीमों के बीच द्विपक्षीय सीरीज के लिए नहीं है बल्कि इसे सिर्फ विश्व कप तक ही सीमित रखा जाना चाहिए। शास्त्री की यह टिप्पणी भारत की साउथ अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज से पहले आई है। इसके बाद भारत को आयरलैंड, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के खिलाफ भी आने वाले महीनों में टी20 सीरीज खेलनी हैं।
टी20 फॉर्मेट की सीरीज को शास्त्री क्यों मानते हैं महत्वहीन?
रवि शास्त्री को यह लगता है कि खेल प्रेमियों के उत्साह को देखते हुए जहां तक छोटे फॉर्मेट की बात है तो सबसे अच्छा तरीका फ्रेंचाइजी क्रिकेट के साथ दो साल में टी20 विश्व कप होगा। शास्त्री ने ‘ईएसपीएन क्रिकइंफो’ से बात करते हुए कहा, ‘‘टी20 में काफी द्विपक्षीय क्रिकेट हो रहा है। मैंने यह पहले भी कहा है, यहां तक कि जब मैं भारतीय टीम का कोच था तब भी। यह मेरे सामने हो रहा था। यह ‘टी20 क्रिकेट’ फुटबॉल की तरह से होना चाहिए जहां, आप सिर्फ विश्व कप खेलते हो। द्विपक्षीय टूर्नामेंट को कोई याद नहीं रखता।’’
गौरतलब है कि भारतीय कोच के तौर पर शास्त्री का कार्यकाल पिछले साल खत्म हुआ था। उन्होंने कहा कि उन्हें ‘‘भारतीय कोच के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान विश्व कप और 6-7 अन्य मैचों को छोड़कर एक भी टी20 मैच याद नहीं है। एक टीम विश्व कप जीतती है, वह इसे याद रखती हैं। दुर्भाग्य से हम नहीं जीते, इसलिये मुझे यह भी याद नहीं। दुनिया भर में फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेला जा रहा है, प्रत्येक देश को अपना फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलने की अनुमति है, जो उनका घरेलू क्रिकेट है और फिर प्रत्येक दो वर्ष में आप एक विश्व कप (टी20) खेलो।’’
IPL को दो चरणों में बांट कर हों 140 मुकाबले!
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) को दो चरणों में करवाने वाले पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा के बयान का भी शास्त्री ने समर्थन किया। उन्होंने कहा कि, ‘‘आगे यह हो सकता है। 140 मैचों को 70-70 में बांट दिया जाए, दो सत्र में। आप कुछ नहीं कह सकते। आप सोच सकते हो कि यह ‘अत्यधिक’ है लेकिन भारत में कुछ भी ‘ओवरडोज’ (ज्यादा) नहीं है।’’ बायो बबल खत्म होने पर भी शास्त्री ने खुशी जाहिर की। आपको बता दें कि कोरोना काल के बाद पहली बार भारतीय टीम बिना बायो बबल के कोई सीरीज (SA के खिलाफ) खेलेगी।