टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज उमेश यादव के साथ उन्हीं के दोस्ट और मैनेजर शैलेश ठाकरे ने ठगी की। जानकारी के अनुसार उनके दोस्त और पूर्व मैनेजर ने ही कथित रूप से उमेश के साथ 44 लाख रुपए की ठगी की है। यह फ्रॉड महाराष्ट्र के नागपुर में उमेश यादव के नाम पर एक प्लॉट खरीदने के समय हुई। पुलिस ने शनिवार को इस मामले की जानकारी दी। अब पुलिस ने शैलेश के खिलाफ एक बड़ा एक्शन लिया है।
पुलिस ने लिया शैलेश के खिलाफ एक्शन
स्टार क्रिकेटर उमेश यादव के शैलेश ठाकरे के खिलाफ ठगी मामले के संबंध में रविवार को पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा उनके पूर्व मैनेजर के घर की तलाशी ली गई। अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, ''कोराड़ी में ठाकरे के घर की चार घंटे तक तलाशी की गई। हमने संपत्ति के दस्तावेज जब्त कर लिए हैं। उनके बैंक खातों की भी जांच की जाएगी।''
उमेश के साथ हुआ धोखा
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि, नागपुर निवासी उमेश यादव की शिकायत पर शैलेश ठाकरे के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। ठाकरे (37) कोराडी का निवासी है और उमेश यादव का दोस्त भी है। अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। अधिकारी ने दर्ज एफआईआर का हवाला देते हुए कहा कि, उमेश यादव को भारतीय टीम में चुने जाने के बाद उन्होंने अपने दोस्त ठाकरे को 15 जुलाई 2014 को अपना मैनेजर नियुक्त किया क्योंकि उस समय वह बेरोजगार था। अधिकारी ने बताया कि, ठाकरे धीरे-धीरे उमेश यादव के विश्वासपात्र हो गया और उसने उमेश यादव के सभी वित्तीय मामले देखना शुरू कर दिया। वह क्रिकेटर के बैंक खाते, आयकर और अन्य वित्तीय मामले देखने लगा।
उन्होंने आगे बताया कि, उमेश नागपुर में जमीन खरीदना चाहते थे और इस बारे में ठाकरे से उन्होंने कहा। ठाकरे ने एक बंजर इलाके में एक प्लॉट देखा और उमेश यादव को बताया कि वह उन्हें 44 लाख रूपए में दिला देगा और उन्होंने भी ठाकरे के खाते में यह राशि जमा कर दी। लेकन ठाकरे ने अपने नाम पर यह प्लॉट खरीद लिया।