पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) अक्सर अपने अजीबोगरीब फैसलों को लेकर क्रिकेट जगत में उपहास का कारण बन जाता है। इन फैसलों से उनके प्लेयर्स और टीम को भी काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है। वहीं अब पीसीबी का एक फैसला उनकी महिला क्रिकेट टीम के प्लेयर्स के लिए मुश्किलें खड़ी करने वाला बन गया है। एक तरफ पीसीबी जहां पुरुष खिलाड़ियों के लिए चैंपियंस वन-डे कप का आयोजन कर रही है जिसमें काफी पैसे भी खर्च कर रही है तो वहीं उन्होंने महिला प्लेयर्स को अपनी नई पॉलिसी नियम के तहत दैनिक भत्तों पर रोक लगा दी है। पीसीबी की महिला खिलाड़ियों को मुल्तान में चल रहे ट्रेनिंग कैंप के दौरान दैनिक भत्ते नहीं दिए जा रहे हैं।
पीसीबी ने सुविधा के नाम पर बंद किया दैनिक भत्ता
महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 से पहले पाकिस्तानी महिला क्रिकेट टीम को अपने देश में साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन टी20 मैचों की सीरीज खेलनी है जिसको लेकर मुल्तान में ट्रेनिंग कैंप में इस सीरीज के लिए घोषित हुई टीम के प्लेयर्स हिस्सा ले रहे हैं। पीसीबी ने इस कैंप में हिस्सा लेने वाली प्लेयर्स के डेली अलाउंस को खत्म करने का फैसला किया है, जिसके पीछे कारण पीसीबी की नई नीति है और इस वजह से प्लेयर्स को काफी परेशान होना पड़ रहा है। इसको लेकर पीसीबी के एक अधिकारी का पीटीआई पर छपे बयान के अनुसार खिलाड़ियों को दैनिक भत्ता नहीं दिया जा रहा है क्योंकि बोर्ड अब उन्हें रहने की सुविधा दे रहा है और दिन में तीन बार पूरा भोजन उपलब्ध करा रहा है। इससे पहले लगने वाले कैंप में ऐसी व्यवस्था नहीं थी। वहीं पाकिस्तानी महिला टीम की प्लेयर्स बोर्ड के इस फैसले को सही नहीं मान रही हैं।
मेंस क्रिकेट में भी ये पॉलिसी लेकिन लागू नहीं होती
एक तरफ जहां पीसीबी ने महिला टीम के प्लेयर्स को डेली अलाउंस देने से मना कर दिया है तो वहीं उनकी ये पॉलिसी पुरुष क्रिकेट टीम के लिए भी लेकिन उसे लागू नहीं किया जाता है। ईएसपीएन क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार बांग्लादेश के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले लगे ट्रेनिंग कैंप में प्लेयर्स के रुकने की जहां व्यवस्था की गई थी तो वहीं उन्हें तीन वक्त का खाना भी मिल रहा था और साथ ही सभी को डेली अलाउंस भी मिला था।
(PTI INPUTS)
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