चाहे राजनीति का गलियारा हो या क्रिकेट का मैदान भारत पाकिस्तान के बीच खींचतान चलती ही रहती है। पाकिस्तान की कारगुजारियों और नापाक हरकतों के चलते भारत ने काफी अरसे पहले बाइलेटरल सीरीज खेलना बंद कर दिया। भारतीय टीम ने पाकिस्तान का पिछला दौरा 2004 में किया था। हालात ऐसे हैं कि किसी टूर्नामेंट के लिए भी भारत कभी पाकिस्तान का दौरा नहीं करता। यहां तक कि अगले साल वनडे फॉर्मेट में पाकिस्तान में होने वाले एशिया कप के लिए भारत ने पड़ोसी मुल्क का दौरा करने से मना कर दिया, नतीजतन एशियन क्रिकेट काउंसिल इस टूर्नामेंट को पाकिस्तान से बाहर किसी न्यूट्रल वेन्यू पर कराने पर विचार कर रहा है। इन तमाम सरगर्मियों के बीच, पाकिस्तानी टीम वर्ल्ड कप के लिए भारत का दौरा करने पर राजी हो गई है। मिल रही जानकारी के मुताबिक पाकिस्तानी टीम के लिए वीजा हासिल करने के काम में विदेश मंत्रालय ने दिलचस्पी दिखाई है।
पाकिस्तान टीम वर्ल्ड कप के लिए करेगी भारत दौरा
भारत में होने वाले वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, श्रीलंका और बांग्लादेश की टीमें अपनी मौजूदगी को लेकर पहले ही हरी झंडी दे चुकी है। पहले ही आतंकवाद से जुड़ी घटनाओं और अपनी तमाम गड़बड़ियों के चलते अंतरराष्ट्रीय मंच पर अलग थलग पड़ चुके पाकिस्तान के लिए इस मौके को गंवाना गवारा नहीं हुआ। एकतरफ तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रमीज राजा भारत दौरा नहीं करने की धमकी देते हैं और दूसरी तरफ राजनीतिक दखल के बीच पाकिस्तानी टीम भारत दौरे के लिए वीजा के लाइन में खड़ी है।
पाकिस्तान टीम को जल्द मिलेगा भारत का वीजा
दरअसल भारत इसी महीने 5 से 17 दिसंबर तक तीसरे ब्लाइंड टी20 वर्ल्ड कप की मेजबानी कर रहा है। पाकिस्तानी टीम को इस टूर्नामेंट में खेलने के लिए जल्द ही भारत आने का वीजा दिया जाएगा। भारतीय दृष्टिबाधित क्रिकेट संघ (सीएबीआई) के अध्यक्ष महंतेश जीके ने गुरूवार को इसकी पुष्टि की। भारत और पाकिस्तान को सात दिसंबर को सिरी फोर्ट ग्राउंड पर एक दूसरे के आमने सामने होना है। हालांकि वीजा जारी करने में देरी के कारण पाकिस्तानी टीम की भागीदारी को लेकर कुछ मुद्दे थे। महंतेश जीके ने मीडिया से बातचीत में पीटीआई से कहा, ‘‘हम सभी जानते हैं कि पाकिस्तान के क्रिकेटरों के लिए वीजा हासिल करना एक चुनौती है। विदेश मंत्रालय इस पर काम कर रहा है और हमें पूरा भरोसा है कि उन्हें वीजा मिल जाएगा। इस टूर्नामेंट के तमाम मुकाबले फरीदाबाद, दिल्ली, मुंबई, इंदौर और बेंगलुरू में खेले जाएंगे।