आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप इस साल भारत में खेला जाना है। इससे पहले पाकिस्तान क्रिकेट टीम इस टूर्नामेंट के लिए भारत आएगी या नहीं इस मामले को लेकर पेंच फंसता ही जा रहा है। इस साल पाकिस्तान में खेले जाने वाले एशिया कप के लिए भारत ने पाकिस्तान का दौरा करने से साफ इनकार कर दिया था। ऐसे में एशिया कप के दौरान भारत के सभी मुकाबले किसी अन्य वेन्यू पर करवाए जाएंगे। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड भी कुछ ऐसा ही करने की तैयारी में लग रहा है। हाल ही में खबर भी आई कि पाकिस्तान के सभी लीग मुकाबले बांग्लादेश में खेले जा सकते हैं। लेकिन अब आईसीसी के सूत्रों ने इसे खारिज कर दिया है।
ICC के सूत्रों ने किया बड़ा खुलासा
पाकिस्तान के भारत के साथ राजनीतिक तनाव के कारण अपने वर्ल्ड कप मुकाबले इस देश के बजाय बांग्लादेश में खेलने की अटकलों को बुधवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के सूत्रों ने खारिज कर दिया। आईसीसी का यह खंडन उन खबरों के बाद आया जिनमें कहा गया था कि हाल ही में दुबई में आईसीसी बोर्ड की बैठक के दौरान वनडे वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के अपने लीग मुकाबले बांग्लादेश में खेलने को लेकर चर्चा हुई थी। आईसीसी बोर्ड के एक सूत्र ने नाम जाहिर नहीं करने पर शर्त पर पीटीआई को बताया कि कोई नहीं जानता कि पीसीबी चीफ नजम सेठी ने अपने बांग्लादेश के समकक्ष नजमुल हसन पापोन के साथ कोई अनौपचारिक चर्चा की है या नहीं, लेकिन यह निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि आधिकारिक तौर पर ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई कि पाकिस्तान बांग्लादेश में खेलेगा।
सूत्र ने बताया कि वीजा हासिल करना एक ऐसा मुद्दा था जिस पर चर्चा की गई थी और भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने सभी प्रकार की सहायता करने को कहा है। उनके अनुसार बीसीसीआई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वीजा हासिल करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। एक मेजबान देश के लिए सबसे बड़ा मुद्दा ये है कि वह सभी भाग लेने वाले देशों को समय पर वीजा दिलवाए। आईसीसी की ओर से अभी तक सह मेजबान के रूप में बांग्लादेश योजना का हिस्सा नहीं है। बोर्ड के सदस्य ने कहा कि मान लिया जाए कि अगर पाकिस्तान सेमीफाइनल में पहुंचता है या जीतकर फाइनल में पहुंचता है तो क्या वे उम्मीद करते हैं कि मैच बांग्लादेश में खेले जाएंगे।
BCCI का रिएक्शन!
बीसीसीआई के अधिकारी समझते हैं कि पीसीबी पाकिस्तान में पूरे एशिया कप की मेजबानी करने का दबाव बनाने के लिए ऐसा कर रहा है। बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा कि वे समझते हैं कि यह एशिया कप के मुद्दे के कारण पीसीबी द्वारा शुरू की गई एक तरह की दबाव की रणनीति है लेकिन एशिया कप भी संयुक्त अरब अमीरात या कतर में खेला जाएगा और शायद पाकिस्तान को भी अपने मैच इन दोनों देशों में से एक में खेलने होंगे।