पाकिस्तान क्रिकेट टीम अपने नए टेस्ट कप्तान शान मसूद के नेतृत्व में दिसंबर 2023 में ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर 3 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने पहुंची थी। इस दौरान उन्हें तीनों ही मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा था। इस सीरीज के लिए जब पाक टीम का ऐलान किया गया था तो उसमें तेज गेंदबाज हारिस रऊफ का नाम भी शामिल था, जिन्होंने दौरे पर रवाना होने से पहले ही अपना नाम वापस ले लिया था। अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने हारिस रऊफ को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है, जिसमें उनके सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट को खत्म कर दिया गया है। इससे रऊफ के क्रिकेट करियर को लेकर भी अब असंमजस की स्थिति देखने को मिल रही है।
जून महीने तक नहीं मिलेगी विदेशी लीग में खेलने की अनुमति
हारिस रऊफ के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट को खत्म करने के साथ पीसीबी ने 30 जून 2024 तक उन्हें विदेशी लीग में भी खेलने की अनुमति को लेकर जारी की जाने वाली एनओसी भी देने पर रोक लगा दी है। पीसीबी की कमेटी ने हारिस के मामले की सुनवाई के बाद उनके केंद्रीय अनुबंध को जहां 1 दिसंबर 2023 से खत्म कर दिया तो वहीं बोर्ड ने इसमें हारिस को भी उनका पक्ष रखने का मौका दिया था जो उनका जवाब उम्मीद के अनुसार नहीं पाए जाने के बाद पीसीबी ने बड़ा फैसला लिया है। पीसीबी की तरफ से हारिस रऊफ को लेकर जारी किए गए आधिकारिक बयान में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिए खेलना किसी भी खिलाड़ी के लिए सर्वोच्च सम्मान और विशेषाधिकार है। किसी मेडिकल रिपोर्ट या उचित कारण के अभाव में पाकिस्तान की टेस्ट टीम का हिस्सा बनने से इनकार करना केंद्रीय अनुबंध का वास्तविक उल्लंघन है।
मुख्य चयनकर्ता ने भी हारिस के फैसले पर जताई थी आपत्ति
ऑस्ट्रेलिया दौरे से जब हारिस रऊफ ने टीम में चुने जाने के बाद अपना नाम वापस लिया था तो उसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मौजूदा मुख्य चयनकर्ता वहाब रियाज ने भी उनके इस फैसले को लेकर आपत्ति जताई थी और कहा था कि जब टीम के कुछ प्रमुख खिलाड़ियों के अनफिट होने के बाद एक प्लेयर के तौर पर आपको ऐसे स्थिति में खुद आगे आना चाहिए और पाकिस्तान के लिए खेलने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए और वह भी तब जब आप सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल खिलाड़ी हैं।
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