पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) हमेशा अलग-अलग विवादों में रहता है। यही कारण है कि कई बार पाकिस्तान क्रिकेट को इंटरनेशनल लेवल पर बेइज्जत भी होना पड़ता है। हाल ही में कराची टेस्ट के दौरान दर्शकों का ना आना हो जिसके बाद फ्री में टिकट बांटे गए, या फिर 2021 में सीरीज से तुरंत पहले न्यूजीलैंड का वतन वापस लौटना हो ऐसे कई मौकों पर पाकिस्तान क्रिकेट को बेइज्जत होना पड़ा था। पाकिस्तान में वहां के माहौल और बोर्ड के अंदर जारी अस्थिरता भी इसका एक प्रमुख कारण रहती है। एक बार फिर पीसीबी को मुंह की खानी पड़ी है। दरअसल एक विदेशी दिग्गज ने देश का कोच बनने का प्रस्ताव भी अब ठुकरा दिया है।
आपको बता दें कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच के पद के लिए तलाश का सिलसिला खत्म नहीं हो रहा है। इसी कड़ी में साउथ अफ्रीकी दिग्गज मिकी आर्थर ने यह पेशकश ठुकरा दी है। पीसीबी ने मंगलवार को कहा कि, हेड कोच के पद के लिए वह साउथ अफ्रीका के आर्थर से बात कर रहे थे लेकिन उन्होंने बताया कि डर्बीशर के साथ अपने लॉन्ग टर्म कॉन्ट्रैक्ट के कारण वह यह पद स्वीकार नहीं कर सकेंगे। हालांकि, सूत्रों की मानें तो आर्थर ने पाकिस्तान क्रिकेट के अंदर के माहौल के कारण इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। इतना ही नहीं अपने पुराने अनुभव को शेयर करते हुए आर्थर ने बोर्ड की पोल भी खोल दी है।
पीसीबी ने अपनी तरफ से जारी एक बयान में कहा कि, उनका (आर्थर का) डर्बीशर के साथ लॉन्ग टर्म कॉन्ट्रैक्ट है। हमने उनसे सलाहकार के तौर पर काम करने के लिए भी कहा लेकिन विभिन्न कारणों से यह संभव नहीं हो सका। वहीं पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में एक उच्च पदस्थ सूत्र के हवाले से भाषा ने बताया कि, आर्थर इसलिए नहीं आ रहे हैं क्योंकि उन्हें पाकिस्तान क्रिकेट के माहौल पर भरोसा नहीं है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में हाल ही में रमीज राजा को हटाकर एक पैनल नजम सेठी की अध्यक्षता में गठित किया गया जो पीसीबी का कार्यभार संभाल रहा है। वहीं शाहिद अफरीदी को अंतरिम चीफ सेलेक्टर नियुक्त किया गया था।
आर्थर ने खोली पाकिस्तान क्रिकेट की पोल
जानकारी के मुताबिक सूत्र ने कहा कि, असलियत यह है कि पीसीबी अध्यक्ष नजम सेठी ने जब आर्थर से बात की तो उन्होंने कहा कि वह फिर पाकिस्तान क्रिकेट के साथ काम करना चाहते हैं लेकिन अतीत में बोर्ड के साथ उनका अनुभव अच्छा नहीं रहा है। आर्थर ने सेठी से कहा कि, विश्व कप 2019 के दौरान पीसीबी प्रबंधन ने उनसे कहा था कि उनका कॉन्ट्रैक्ट बढ़ाया जाएगा लेकिन पाकिस्तान के सेमीफाइनल में पहुंचने के बावजूद ऐसा नहीं किया गया। आर्थर को यह भी आशंका थी कि पाकिस्तान क्रिकेट के माहौल को देखते हुए उनका कॉन्ट्रैक्ट स्थायी रहेगा भी या नहीं। यही कारण है कि हमने भी पाकिस्तान क्रिकेट में जारी अस्थिरता का जिक्र किया। इसी कारण पाकिस्तान को एक बार फिर से बेइज्जत होना पड़ा।