वनडे वर्ल्ड कप का 13वां संस्करण भारत में खेला जाएगा। 5 अक्टूबर से 19 नवंबर तक इस टूर्नामेंट का भारतीय सरजमीं पर आयोजन होगा। भारत दूसरा ऐसा देश बनेगा जो अकेले पूरे वर्ल्ड कप की मेजबानी करेगा। इससे पहले 1979 में इंग्लैंड ने पूरे टूर्नामेंट की अकेले मेजबानी की थी। अब 44 साल बाद एक बार फिर से कोई देश अकेला इस मेगा इवेंट को होस्ट करेगा। इस टूर्नामेंट के लिए आठ टीमें पहले ही तय हो चुकी थीं। वहीं जिम्बाब्वे में खेले गए क्वालीफायर टूर्नामेंट से भी अब श्रीलंका और नीदरलैंड ने एंट्री कर ली है। इसी के साथ टीम इंडिया के इन दोनों टीमों के साथ होने वाले मैचों पर अपडेट के साथ फाइनल शेड्यूल तय हो गया है।
भारतीय टीम 5 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुकाबले से अपना अभियान शुरू करेगी। इसके बाद 11 नवंबर को टीम अपना 9वां और आखिरी लीग मैच खेलेगी। इस टूर्नामेंट के लिए कुल 10 टीमों के नाम तय हुए हैं और ग्रुप स्टेज में हर टीम प्रत्येक टीम के साथ एक-एक मैच खेलेगी। टीम इंडिया को अब फाइनल शेड्यूल के मुताबिक 2 नवंबर को क्वालीफायर 2 यानी श्रीलंका से मुंबई में भिड़ना है। इसके बाद 11 नवंबर को टीम इंडिया क्वालीफायर 1 यानी नीदरलैंड से बेंगलुरु में भिड़ेगी।
15 अक्टूबर को होगा महामुकाबला
टीम इंडिया की तीसरा लीग मैच 15 अक्टूबर को होना है। इस मैच में टीम का सामना होगा चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से। इस महामुकाबले का आयोजन दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम में होगा। अहमदाबाद का नरेंद्र मोदी स्टेडियम इस महाभिड़ंत का गवाह बनेगा जहां सवा लाख से भी ज्यादा दर्शकों की क्षमता है। वनडे वर्ल्ड कप के इतिहास में दोनों टीमों के बीच यह 8वीं भिड़ंत होगी। अभी तक सभी सात मौकों पर भारत ने बाजी मारी है। टीम इंडिया ने 2019 वर्ल्ड कप में आखिरी बार पाकिस्तान के खिलाफ वनडे मैच खेला था। उसके बाद फिर से 2023 वर्ल्ड कप में दोनों टीमें आमने-सामने होंगी।
क्या खत्म होगा 10 साल का सूखा?
भारतीय टीम ने 2013 के बाद से कोई भी आईसीसी खिताब नहीं जीता है। पिछले 10 साल का सूखा टीम इंडिया खत्म करना चाहेगी। इसके लिए अपने घर में जब टूर्नामेंट टीम खेल रही हो उससे अच्छा मौका क्या हो सकता। इससे पहले 2011 वर्ल्ड कप में जब भारत संयुक्त मेजबान था तब उसने खिताब एमएस धोनी की कप्तानी में जीता था। वैसे भी टीम इंडिया का घर में शानदार रिकॉर्ड है। ऐसे में भारतीय टीम को इस टूर्नामेंट के लिए सबसे बड़े दावेदार के रूप में मानना गलत नहीं होगा। भारत ने 1983 और 2011 में दो वर्ल्ड कप खिताब जीते हैं।