भारत में 5 अक्टूबर 2023 से वनडे वर्ल्ड कप की शुरुआत होगी। इस टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला 19 नवंबर को खेला जाएगा। भारत में पहली बार पूरे टूर्नामेंट का आयोजन होगा। इससे पहले 2011 में जब टीम इंडिया चैंपियन बनी थी उस वक्त भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश ने इस टूर्नामेंट की संयुक्त मेजबानी की थी। वहीं भारत अब इंग्लैंड के बाद दूसरा ऐसा देश बन जाएगा जो अकेले इस टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा। इंग्लैंड ने साल 1979 में अकेले इस टूर्नामेंट का आयोजन किया था। यानी 44 साल बाद अब भारत में इतिहास रचा जाएगा। इस वर्ल्ड कप में कुल 10 टीमें हिस्सा ले रही हैं। जिसमें से आठ टीमें पहले से ही क्वालीफाई थीं। श्रीलंका और नीदरलैंड ने क्वालीफायर्स के बाद मेन राउंड में जगह बनाई है।
भारत चौथी बार करेगा वर्ल्ड कप की मेजबानी
भारत ने पहली बार 1987 में वर्ल्ड कप की मेजबानी की थी लेकिन तब अकेले नहीं पाकिस्तान भी संयुक्त मेजबान था। इसके बाद साल 1996 में फिर से भारत को मेजबानी मिली और इस बार भी संयुक्त मेजबान के तौर पर पाकिस्तान और श्रीलंका थे। फिर 2011 में भारत के साथ बांग्लादेश और श्रीलंका ने वर्ल्ड कप की मेजबानी की थी। अगर इन तीनों वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के प्रदर्शन की बात करें तो 1987 में भारत को फाइनल में इंग्लैंड से हार झेलनी पड़ी थी। उसके बाद 1996 वर्ल्ड कप में भी टीम इंडिया सेमीफाइनल में हारी और श्रीलंका ने यह मुकाबला जीता और फिर चैंपियन भी बनी। इन दो मौकों पर चोट खाने के बाद 2011 में एमएस धोनी की कप्तानी वाली टीम ने 1983 का इतिहास दोहराया और दूसरी बार वनडे वर्ल्ड कप का खिताब जीता।
टीम इंडिया कितनी तैयार?
भारतीय टीम ने 1975 के बाद से 2019 तक वनडे वर्ल्ड कप में कुल 84 मुकाबले खेले जिसमें से 53 में उसे जीत मिली और 29 में हार का सामना करना पड़ा। इसके अलावा एक-एक मुकाबला टाई व बेनतीजा रहा है। अब आगामी टूर्नामेंट के लिए टीम इंडिया की तैयारियों की बात करें तो इस पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। भारतीय टीम का स्क्वाड अभी सामने नहीं आया है। टीम के प्लेइंग कॉम्बिनेशन पर कोई फाइनल हल नहीं निकल पाया है। नंबर 4 की समस्या अभी भी बरकरार है। इसके अलावा कुछ खिलाड़ियों की फिटनेस पर भी सवालिया निशान लगे हैं। अब टूर्नामेंट में 50 दिन शेष हैं तो उससे पहले कितना जल्दी टीम इंडिया इन समस्याओं से निपट पाती है यह देखने वाली बात होगी। हालांकि, कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ लगातार बोल रहे हैं कि टीम तैयार है, पर देखने में स्थिति कुछ साफ नहीं नजर आ रही है।
राउंड रॉबिन फॉर्मेट में होगा टूर्नामेंट
यह वर्ल्ड कप ठीक 2019 में खेले गए फॉर्मेट यानी राउंड रॉबिन आधार पर ही खेला जाएगा। इसमें कुल 10 टीमें खेलेंगी और प्रत्येक टीम ग्रुप स्टेज में हर टीम से भिड़ेगी और 9-9 मैच खेलेगी। इसके बाद पॉइंट्स टेबल की टॉप चार टीमें सेमीफाइनल में जगह बना लेंगी। भारत ने साल 2015, 2019 पिछले दोनों वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल तक जगह बनाई है। इस बार टीम इस मिथक को तोड़ कर 2011 की विजयगाथा को फिर से लिखना चाहेगी। 19 नवंबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में इस महाकुंभ का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा।