Most Expensive Over: भारतीय क्रिकेटर ऋतुराज गायकवाड़ ने विजय हजारे ट्रॉफी के क्वॉर्टरफाइनल में इतिहास रच दिया है। 25 साल के दाएं हाथ के इस युवा बल्लेबाज ने उत्तरप्रदेश के खिलाफ मैच में शिवा सिंह के एक ही ओवर में 7 छक्के की मदद से कुल 43 रन बनाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। वह अब प्रथम श्रेणी क्रिकेट में एक ओवर में सर्वाधिक छक्के लगाने वाले दुनिया के पहले क्रिकेटर बन गए हैं। हालांकि 43 रन बनाने के बावजूद यह ओवर क्रिकेट इतिहास का सबसे महंगा ओवर नहीं है।
जर्मन ने अकेले बनाए 70 रन
क्रिकेट इतिहास का सबसे महंगा ओवर डालने का अनचाहा रिकॉर्ड अभी भी न्यूजीलैंड के लिए चार टेस्ट खेलने वाले पूर्व क्रिकेटर बर्ट वेंस के नाम दर्ज है। जबकि एक ओवर में सर्वाधिक रन बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड उनके हमवतन ली जर्मन के नाम है। दरअसल 90 के दशक में एक प्रथम श्रेणी मैच के दौरान वेलिंग्टन के खिलाड़ी बर्ट वेंस ने कैंटरबरी के खिलाफ मैच में एक ओवर में कुल 77 रन लुटा दिए थे। इस दौरान उन्होंने 22 गेंदें डाली थी। उस ओवर में ली जर्मन ने अकेले 70 रन ठोक दिए थे।
वेलिंग्टन के कप्तान का दांव पड़ा भारी
पूरा मामला वेलिंग्टन शेल ट्रॉफी के मैच का है। कैंटरबरी के खिलाफ वेलिंग्टन की टीम जीत के करीब थी और यह उनके सीजन का आखिरी मुकाबला भी था। आखिरी दिन वेलिंग्टन की टीम ने अपनी दूसरी पारी को घोषित कर कैंटरबरी के सामने 59 ओवर में 291 रन का लक्ष्य रखा। इसके जवाब में कैंटरबरी की टीम 108 के स्कोर पर अपने 8 विकेट गंवाकर मुश्किल में थी। लेकिन जर्मन और रोजर फोर्ड ने पारी को संभालते हुए धीरे-धीरे स्कोर को आगे बढ़ाना शुरू किया और 58 ओवर में स्कोर को 196 रन पर पहुंचा दिया। कैंटरबरी के जर्मन तब 75 रन बनाकर नाबाद थे और उनकी टीम को जीत के लिए 95 रन की दरकार थी। लेकिन इसी वक्त वेलिंग्टन के कप्तान ने बर्ट वेंस के साथ मिलकर इन दोनों खिलाड़ियों को आउट करने के लिए एक अजीबोगरीब प्लान बनाया।
रोमांचक रहा आखिरी ओवर
वेलिंग्टन के कप्तान की सोच थी कि वह जर्मन और फोर्ड को आसान गेंदें फेंकेंगे और अधिक से अधिक रन लुटाएंगे और इसी दौरान दोनों खिलाड़ी गलती कर बैठेंगे और अपना विकेट दे देंगे। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ और एक अलग ही रिकॉर्ड बन गया। पहला ओवर करने उतरे वेंस ने लगातार नो बॉल फेंकी और शुरू की 17 गेंदों में सिर्फ एक ही लीगल डिलीवरी थी, इस दौरान जर्मन ने भी लगातार 5 छक्के लगाकर अपने 100 रन पूरे कर लिए। उन्होंने ओवर में कुल 8 छक्के और 5 चौके लगाए। जबकि फोर्ड ने भी दो गेंदों में 5 रन बनाए। इस ओवर के बाद समीकरण भी तेजी से बदल गए और कैंटरबरी की टीम को अब जीत के लिए आखिरी ओवर में 18 रनों की जरूरत थी। जर्मन ने आखिरी ओवर की शुरू की 5 गेंदों पर 17 रन जड़ दिए। लेकिन आखिरी गेंद पर फोर्ड रन नहीं ले पाए और मैच ड्रॉ के साथ समाप्त हुआ।