टीम इंडिया का एक स्टार खिलाड़ी पिछले 4 सालों से कोई भी इंटरनेशनल मैच नहीं खेला है। इस खिलाड़ी ने आखिरी बार भारत के लिए दिसंबर 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच खेला था। यह खिलाड़ी साल 2015 से ही भारतीय वनडे और टेस्ट टीम से बाहर है। ऐसे में इस खिलाड़ी का करियर पूरी तरह से बरबाद हो चुका है। यहां तक की आईपीएल में भी पिछले दो सालों से इस खिलाड़ी को मौका नहीं मिला है। हम बात कर रहे हैं मुरली विजय की। एक समय टेस्ट क्रिकेट में भारत के पहले विकल्प माने जाने वाले मुरली विजय ने अपने करियर को लेकर बड़ी बात कही है।
मुरली विजय vs BCCI
एक इंटरव्यू के दौरान परेशान मुरली विजय ने कहा कि वह बीसीसीआई से तंग आ चुके हैं, विजय ने एक शो के दौरान पूर्व भारतीय क्रिकेटर डब्ल्यूवी रमन से कहा कि "मैं लगभग बीसीसीआई से उम्मीद खो चुका हूं और विदेशों में अवसरों की तलाश कर रहा हूं। मैं थोड़ा प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलना चाहता हूं।" विजय ने कहा कि बीसीसीआई को लगता है कि 30 के बाद एक क्रिकेटर 80 साल का व्यक्ति है जो सड़कों पर चल रहा है। विजय ने कहा कि वह अब भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकते हैं लेकिन उनके पास कहीं और मौके तलाशने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। उन्होंने संकेत दिया कि वह अब विदेश में अवसरों की तलाश कर सकते हैं।
"भारत में 30 के बाद, यह एक अंधविश्वास है। मुझे लगता है कि लोग हमें 80 साल के बुजुर्गों के रूप में सड़क पर चलते हुए देखते हैं। मीडिया को भी इसे अलग तरह से संबोधित करना चाहिए। मुझे लगता है कि आप अपने 30 के दशक में चरम पर हैं। अभी यहां बैठे हैं, मुझे लगता है कि मैं सर्वश्रेष्ठ तरीके से बल्लेबाजी कर सकता हूं। लेकिन दुर्भाग्य से, अवसर कम थे, और मुझे बाहर अवसरों की तलाश करनी पड़ी। मैं ईमानदारी से एक व्यक्ति के रूप में महसूस करता हूं, आप केवल वही कर सकते हैं जो आपके हाथ में है। जो कुछ भी हुआ, आप उसे नियंत्रण नहीं कर सकते।"
खराब फॉर्म के कारण हुए बाहर
विजय ने लंबे समय से कुछ खास नहीं किया है। इंटरनेशनल तो दूर घरेलू क्रिकेट में भी वह आउट ऑफ फॉर्म चल रहे हैं। बीसीसीआई ने कई ऐसे खिलाड़ियों को हाल के समय में मौका दिया है जो 30 की उम्र से ज्यादा के हो गए हैं। सूर्यकुमार यादव और राहुल त्रिपाठी इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं। विजय कभी भारतीय टेस्ट बल्लेबाजी लाइनअप में एक मुख्य आधार थे। अपने खराब प्रदर्शन के कारण टीम से बाहर हुए विजय भारत के लिए 61 टेस्ट खेले हैं, जिसमें 38.39 की औसत से 3982 रन बनाए हैं। उनके नाम 12 टेस्ट शतक और 15 अर्धशतक हैं।