भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हाल ही में संपन्न हुई बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2023 का तीसरा टेस्ट मैच इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला गया था। यहां की पिच पर मैच तीन दिन भी नहीं चल पाया। इसके बाद आईसीसी द्वारा मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड की रिपोर्ट के मद्देनजर इंदौर की पिच को खराब रेटिंग दी गई थी। इसी के साथ मैदान को तीन डिमेरिट अंक भी मिले थे। हालांकि अब आईसीसी ने तीन से डिमेरिट अंकों को एक कर दिया है। इसपर अब मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ ने एक बड़ा बयान दिया है।
मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ ने दिया बड़ा बयान
एमपीसीए ने कहा कि बीसीसीआई की अपील पर आईसीसी के इस फैसले से राज्य क्रिकेट संगठन को न्याय मिला है। एमपीसीए के अध्यक्ष अभिलाष खांडेकर ने पीटीआई से कहा कि होल्कर स्टेडियम की पिच की रेटिंग में बदलाव के आईसीसी के फैसले से हम बहुत खुश हैं और राज्य के क्रिकेट प्रशंसकों में भी खुशी की लहर दौड़ गई है। इस फैसले से हमें निश्चित रूप से हमें न्याय मिला है। खांडेकर के मुताबिक आईसीसी के इस फैसले का मतलब यह है कि इंदौर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों का सिलसिला अब बिना किसी रोक-टोक के बहाल हो सकेगा।
पिच पर नहीं टिक पा रहे थे बल्लेबाज
होल्कर स्टेडियम की पिच फिरकी गेंदबाजों के घातक वार से "बल्लेबाजों की कब्रगाह" साबित हुई थी। आईसीसी की अपील पैनल ने मैच रैफरी क्रिस ब्रॉड के फैसले की समीक्षा की और पाया कि इस पिच को "खराब" रेटिंग देने के लिए इस पर इतना अत्यधिक परिवर्तनीय उछाल मौजूद नहीं था। पिच को शुरू में तीन डिमैरिट अंक दिए गए थे, लेकिन रेटिंग को खराब से बदलकर औसत से कम किए जाने पर पिच को केवल एक डिमैरिट अंक मिलेगा।