Most 6s in Test by Wicket Keeper : भारत और बांग्लादेश के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज के पहले दिन विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने कई नए कीर्तिमान रचने का काम किया। वैसे तो ऋषभ पंत अपने अलग ही अंदाज में बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं, लेकिन आज के मैच में उम्मीद थी कि हालात को देखते हुए वे क्रीज पर रुककर बल्लेबाजी करेंगे, लेकिन ऋषभ पंत तो ठहरे ऋषभ पंत। अगर वे अपना अंदाज बदल दें तो फिर बात ही क्या है। हालांकि ऋषभ पंत बहुत बड़ी पारी तो नहीं खेल पाए, लेकिन तेजी के साथ उन्होंने इम्पैक्टफुल पारी जरूर खेली। इस छोटी पारी में ही कीर्तिमान भी रच दिए। अब ऋषभ पंत के निशाने पर टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी का एक कीर्तिमान आ गया है। हालांकि वो अभी दूर है, लेकिन पंत जैसे बल्लेबाज के लिए ज्यादा दूर नहीं है।
एमएस धोनी ने टेस्ट क्रिकेट में लगाए हैं 78 छक्के, ऋषभ पंत के 50 छक्के
दरअसल ऋषभ पंत ने टेस्ट क्रिकेट में अपने 50 छक्के पूरे कर लिए हैं। वे भारत की ओर से टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 50 छक्के लगाने वाले दूसरे नंबर के बल्लेबाज बन गए हैं, पहले नंबर पर रोहित शर्मा हैं। लेकिन बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज सबसे ज्यादा छक्कों की बात करें तो भारत की ओर से ये रिकॉर्ड पूर्व कप्तान एमएस धोनी के नाम पर है। एमएस धोनी ने अपने इंटरनेशनल टेस्ट करियर में 78 छक्के लगाए हैं। इतने छक्के लगाने के लिए एमएस धोनी ने कुल मिलाकर 90 टेस्ट खेले थे, लेकिन ऋषभ पंत अगर इसी अंदाज में बल्लेबाजी करते रहे तो 90 टेस्ट खेलने से पहले ही 78 से ज्यादा छक्के लगा सकते हैं।
बतौर विकेटकीपर सबसे ज्यादा टेस्ट छक्के एडम गिलक्रिस्ट के नाम
वैसे बतौर विकेट कीपर टेस्ट में सबसे ज्यादा छक्के लगाने का कीर्तिमान ऑस्ट्रेलिया के एडम गिलकिस्ट के नाम पर है। गिलक्रिस्ट ने 100 छक्के लगाए थे। इसके बाद दूसरे नंबर पर 78 छक्कों के साथ एमएस धोनी हैं। तीसरे नंबर पर ब्रॉड हैडिन हैं, जिनके नाम 54 छक्के दर्ज हैं। हैडिन का रिकॉर्ड तो ऋषभ पंत इसी सीरीज में तोड़ सकते हैं। इसके बाद वे सीधे चौथे नंबर से उठकर तीसरे नंबर पर आ जाएंगे और दुनिया के दो ही बल्लेबाज उनके आगे होंगे। ऋषभ पंत ने बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट की पहली पारी में 45 गेंद पर 46 रन बनाए, इस दौरान दो छक्के और छह चौके उनके बल्ले से आए। इसके साथ ही ऋषभ पंत ने इंटरनेशनल करियर में अपने 4000 रन भी पूरे कर लिए हैं। यानी टेस्ट, वन डे और टी20 इंटरनेशनल मैचों को मिलाकर। अभी ऋषभ पंत के पास इस साल और इसी सीरीज में तीन मौके और होंगे, देखना होगा कि उसमें पंत किस तरह का प्रदर्शन करते हैं।