Highlights
- मोहम्मद सिराज ने पहली पारी में लिए चार विकेट
- आखिरी पारी में नहीं मिला कोई विकेट
- चौथी पारी में सबसे खर्चीले भारतीय गेंदबाज
भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ एतिहासिक सीरीज जीतने का एक अच्छा मौका गंवा दिया है। टेस्ट सीरीज में 2-1 की बढ़त और पांचवें टेस्ट में लीड लेने के बावजूद टीम इंडिया को इंग्लैंड के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड की टीम ने एजबेस्टन में खेले गए टेस्ट मैच में भारत के 378 रन के लक्ष्य को महज तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया। भारतीय टीम तीसरे दिन जहां मैच में हावी थी तो वहीं आखिरी दो दिनों इंग्लैंड ने पलटवार करते हुए मैच को अपने पाले में कर लिया।
भारत के लिहाज से यह मैच काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है, खासकर मोहम्मद सिराज के लिए इस मैच में तेजी से हालात बदले और एक समय जहां वह टीम के हीरो बने थे तो वहीं मैच खत्म होने पर एक विलेन बन गए और अपने नाम एक शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज कर गए।
पहली पारी में चार विकेट लेकर इंग्लैंड को 284 रन पर समेटने में अहम योगदान देने वाले सिराज चौथी पारी में काफी खर्चीले साबित हुए और पूरी तरह से बेअसर रहे। उन्होंने चौथी पारी में 6.53 की इकोनॉमी से रन लुटाए और 21 साल का शर्मनाक रिकॉर्ड तोड़कर उसे अपने नाम कर गए।
सिराज अब टेस्ट मैच की किसी एक पारी में 10 ओवर या उससे अधिक की गेंदबाजी में सबसे खराब इकोनॉमी वाले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। सिराज ने चौथी पारी में कुल 15 ओवर की गेंदबाजी की और भारत की तरफ से सबसे खर्चीले गेंदबाज रहे। उन्होंने 15 ओवर में 98 रन खर्चे और एक भी विकेट नहीं ले पाए। इस दौरान वह एक मेडेन ओवर भी डालने में नाकाम रहे।
मोहम्मद सिराज से पहले भारतीय स्पिनर राहुल संघवी ने 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरी पारी में 6.48 की इकोनॉमी से रन दिए थे। इस मामले में अतुल वासन तीसरे नंबर पर हैं, जिन्होंने 1990 में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहली पारी में 6.48 की इकोनॉमी से रन खर्चे थे।
टेस्ट की एक पारी में सबसे खराब इकोनॉमी (भारतीय गेंदबाज)
- 6.53: मोहम्मद सिराज बनाम इंग्लैंड, 2022
- 6.48: राहुल संघवी बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2001
- 6.48: अतुल वासन बनाम न्यूजीलैंड, 1990
- 6.42: मुरली कार्तिक बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2004
- 6.40: वीआरवी सिंग बनाम दक्षिण अफ्रीका, 2006
सिराज के इस मैच की प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने पहली पारी में शानदार गेंदबाजी करते हुए जो रूट समेत कुल चार विकेट झटके थे। लेकिन उस वक्त भी वह रनों के लिहाज से खर्चीले रहे थे। उन्होंने तब 11.3 ओवर की गेंदबाजी में दो मेडेन के साथ 66 रन लुटाए थे।