भारतीय टीम के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज का एक इंटरव्यू सामने आया है। अपनी आईपीएल फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के पॉडकास्ट में उन्होंने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2020-21 के कुछ किस्सों को शेयर किया है। आपको बता दें कि उस सीरीज में मोहम्मद सिराज ने भारत के लिए टेस्ट डेब्यू किया था। पर उस दौरान उनके ऊपर दुखों का बड़ा पहाड़ भी टूटा था। उनके पिता का निधन हो गया था लेकिन उस वक्त बायो बबल और कोरोना के डर के कारण वह अपने पिता के अंतिम दर्शन तक नहीं कर पाए थे। इस पॉडकास्ट में सिराज ने अपने उस दर्द और उस दौरे पर खुद के साथ हुए नस्लीय टिप्पणी के विवाद का पूरा सच बताया है।
आरसीबी के पॉडकास्ट में सिराज ने बताया कि, जिस वक्त उनके पिता का निधन हुआ था वह एक कमरे में बंद थे, किसी से मिल भी नहीं सकते थे। उन्होंने कहा कि, कोई भी अन्य खिलाड़ी के कमरे में नहीं जा सकता था। हम सिर्फ वीडियो कॉल पर ही बात करते थे। श्रीधर सर (तत्कालीन फील्डिंग कोच आर श्रीधर) मुझे लगातार कॉल करते थे और पूछते थे कि मैंने कुछ खाया या नहीं। मेरे लिए वो एक अच्छी फीलिंग थी। मैं कभी फोन पर रोता नहीं था लेकिन कई ऐसे लम्हे होते थे जब मैं रोता था और कुछ देर के बाद अपनी मंगेतर से बात करता था। इसके बाद सिराज ने अपने साथ हुई नस्लीय टिप्पणी का पूरा सच बताया।
13 मार्च 2023 को अपना 29वां जन्मदिन मना रहे मोहम्मद सिराज ने अपने इस इंटरव्यू में बताया कि, जब उनके पिता के निधन के बाद वह मैदान पर उतरे तो तत्कालीन हेड कोच रवि शास्त्री ने भी उनको काफी प्रोत्साहित किया था। उन्होंने कहा कि, रवि सर ने मुझसे कहा कि पिता के आशीर्वाद से मैं पांच विकेट लूंगा। फिर जब मैंने ब्रिसबेन टेस्ट में पांच विकेट लिए तो वह बोले कि देखो मैंने क्या कहा था। मैं हमेशा अपने पिता के सामने परफॉर्म करना चाहता था। दुर्भाग्यवश सिराज के इस शानदार प्रदर्शन को देखने के लिए उनके पिता जी इस दुनिया में नहीं थे।
सिराज ने बताया नस्लीय टिप्पणी का पूरा सच
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2020-21 के तीसरे टेस्ट के दौरान सिडनी में मोहम्मद सिराज को नस्लीय टिप्पणी का शिकार होना पड़ा था। इसका उन्होंने पूरा किस्सा बताया और यह भी बताया कि किस तरह उस वक्त टीम की कप्तानी कर रहे अजिंक्य रहाणे ना उनका समर्थन किया था। उन्होंने बताया कि, जब मुझे ऑस्ट्रेलिया में Black Monkey जैसी बातें बोली गई थीं तब पहले दिन मैंने इस पर ध्यान नहीं दिया। लेकिन दूसरे दिन जब फिर से ऐसा हुआ तब मैंने यह बात अज्जू भाई (अजिंक्य रहाणे) को बताई जिन्होंने अंपायर्स से इसकी शिकायत की।
सिराज ने आगे कहा कि, इसके बाद अंपायर्स बोले कि आप मैदान छोड़ने के लिए स्वतंत्र हैं, जब तक यह मामला नहीं निपट जाता। फिर इसके बाद अज्जू भाई ने कहा कि, हम क्रिकेट का सम्मान करते हैं। हम क्यों मैदान छोड़ें। जिन्हें अभद्र भाषा का प्रयोग किया उन्हें बाहर किया जाना चाहिए। हमने सिर्फ क्रिकेट पर फोकस किया और लोग जो भी बोल रहे थे उन्हें बोलने दिया। गौरतलब है कि उस सीरीज में मोहम्मद सिराज के तौर पर टीम इंडिया को एक स्टार तेज गेंदबाज मिला था। जिनका कद मौजूदा दौर में काफी बड़ा हो चुका है। वह वनडे क्रिकेट में इस वक्त दुनिया के नंबर एक गेंदबाज हैं।