भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुंबई में हुए पहले वनडे में पांच विकेट से शानदार जीत मिली थी। इस जीत में अहम योगदान रहा था भारतीय पेस बैट्री के लीडर मोहम्मद शमी का जिन्होंने किफायती गेंदबाजी के साथ-साथ तीन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया था। उन्होंने 6 ओवर में दो मेडन के साथ 17 रन देकर तीन विकेट झटके थे। उनका साथ निभाया था मोहम्मद सिराज ने। उन्हें भी तीन सफलताएं मिली थीं। इस जोड़ी ने टेस्ट मैच में भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को खासा परेशान किया था। मुंबई वनडे के बाद दोनों बातचीत करते नजर आए और बीसीसीआई ने इसका वीडियो शेयर किया।
इस मैच में शानदार प्रदर्शन के बाद पेसर मोहम्मद शमी ने ‘रिकवरी’ की प्रक्रिया को अहम बताया। बीसीसीआई टीवी पर पोस्ट किए गे वीडियो में उन्होंने साथी तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के साथ बातचीत में कहा कि, हमारी योजना बहुत ही सरल थी। हमने टीम बैठकों में बात की थी कि हम अच्छी शुरूआत करेंगे, सही क्षेत्र में गेंदबाजी करेंगे, अपनी लाइन एवं लेंथ पर अडिग रहेंगे। गर्मी भी एक मुद्दा थी। जब हमने पहला स्पेल डाला तो बहुत गर्मी थी लेकिन बाद में जब हवा चलनी शुरु हुई इसमें थोड़ा सुधार हुआ।
शमी ने बताया सीक्रेट प्लान
अहमदबाद में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट में पांच दिन के थकाउ खेल के बाद शमी प्रैक्टिस सेशन में नहीं उतर पाए थे। इसको लेकर शमी ने कहा कि, अहमदाबाद में 40 ओवर के बाद मुझे ‘रिकवरी’ (थकान से उबरने) के लिए एक से दो दिन की जरूरत थी। मैंने ‘रिकवरी’ की और इस मैच में खेलने उतरा। टीम मैनेजमेंट ने भी यह स्वीकार किया कि मुझे ‘रिकवरी’ की जरूरत थी। हमने इतने सारे मैच खेले हैं और हमें अपने कौशल और काबिलियत का पता है। इसलिएमहत्वपूर्ण था कि हम ‘रिकवर’ अच्छे से करेंगे और बेहतर ‘परफॉर्म’ कर पाएंगे। इस मुकाबले में वनडे के नंबर एक गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने भी 29 रन देकर तीन विकेट झटके थे और ऑस्ट्रेलिया को 188 पर समेटने में महत्वपूर्ण निभाई थी।
सिराज ने भी बताया राज
उन्होंने अपनी योजना बताते हुए कहा कि, जब मुझे नई गेंद मिलती है तो मैं इनस्विंग डालने की कोशिश करता हूं। बाएं हाथ का बल्लेबाज सामने होता है तो मैं इनस्विंग गेंदबाजी की कोशिश करता हूं। मैं पॉवरप्ले में ज्यादा से ज्यादा विकेट झटकने की कोशिश करता हूं। मुझे एक विकेट मिल गया। जब मैं ‘फाइन लेग’ में गया, तब शमी गेंदबाजी कर रहे थे। मैं सोच रहा था कि क्या हो रहा है। मैं सोच रहा था कि क्या अंपायर ने आपको नई गेंद दी है या क्या हुआ? फिर मैं गेंदबाजी के लिए आया, गेंद अच्छी तरह ‘मूव’ कर रही थी। इसलिए मैंने एक ही क्षेत्र में निरंतर गेंदबाजी की कोशिश की। मुझे आपसे भी ‘टिप्स’ मिले और हमने वानखेड़े में गेंदबाजी का लुत्फ उठाया।