भारतीय क्रिकेट टीम के मेन स्क्वॉड में इन दिनों जगह बनाने के लिए कम्पटीशन काफी बढ़ चुका है। कई ऐसे खिलाड़ियों को भी टीम में जगह नहीं मिल पा रही है जिनका रिकॉर्ड शानदार है। घरेलू क्रिकेट में वह खिलाड़ी अच्छा कर भी रहे हैं लेकिन फिर भी इंटरनेशनल टीम में जगह नहीं बना पा रहे हैं। उन्हीं में से एक खिलाड़ी है जिसने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में 4 शतक समेत दो दोहरे शतक लगाए। उनका औसत भी 40 से अधिक का है। फिर भी वह खिलाड़ी भारत की टेस्ट टीम में डेढ़ साल और वनडे टीम में करीब 3 साल से वापसी नहीं कर पाया है। पर घरेलू स्तर पर पहले दलीप ट्रॉफी और अब देवधर ट्रॉफी में भी उस खिलाड़ी ने शानदार आगाज किया है।
दरअसल हम बात कर रहे हैं भारतीय टीम के टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज मयंक अग्रवाल की, जिन्होंने साल 2018 में टेस्ट और साल 2020 में वनडे डेब्यू किया था। इस खिलाड़ी ने आखिरी टेस्ट मैच साल 2022 मार्च में खेला था, वहीं वनडे टीम में 2020 के बाद से उनकी वापसी नहीं हुई है। घरेलू क्रिकेट में हालांकि, वह लगातार शानदार प्रदर्शन करते आ रहे हैं। देवधर ट्रॉफी के पहले मैच में साउथ जोन की कमान संभाल रहे मयंक अग्रवाल ने टीम को शानदार शुरुआत दिलाई। उन्होंने 68 गेंदों में 64 रनों की पारी खेली और वनडे फॉर्मेट में यह एक अच्छी पारी कही जा सकती है। उससे पहले दलीप ट्रॉफी में भी नॉकआउट मुकाबले में नॉर्थ जोन के खिलाफ उन्होंने दोनों पारियों में महत्वपूर्ण अर्धशतक लगाए थे और टीम की जीत में अहम योगदान निभाया था।
टीम इंडिया में वापसी की राह मुश्किल
मयंक अग्रवाल ने इस साल आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए ठीकठाक ही प्रदर्शन किया था। उसके बाद घरेलू क्रिकेट में जरूर वह असरदार साबित हुए। लेकिन टीम इंडिया में अभी उनकी वापसी मुश्किल नजर आ रही है। 32 वर्षीय मयंक अग्रवाल ने भारत के लिए 21 टेस्ट और पांच वनडे मुकाबले खेले हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। उन्होंने दो दोहरे शतक लगाए थे और 243 रन उनका बेस्ट स्कोर भी है। उनके नाम 36 पारियों में 41.33 की औसत से 1488 रन दर्ज हैं। उन्होंने 4 शतक और 6 अर्धशतक इंटरनेशनल रेड बॉल क्रिकेट में लगाए।
हालांकि, वनडे क्रिकेट में मयंक अग्रवाल अपनी छाप नहीं छोड़ पाए। उन्होंने पांच वनडे मैचों में सिर्फ 86 रन ही बनाए। उनके नाम एक भी अर्धशतक नहीं दर्ज है। आईपीएल में मयंक ने 123 मैचों की 117 पारियों में 2601 रन बनाए जिसमें एक शतक और 13 अर्धशतक शामिल हैं। इन दिनों भारतीय टीम के अंदर तगड़ा कम्पटीशन है। टेस्ट टीम में भी यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल जैसे युवाओं ने ओल्ड स्टार्स की जगह पर कब्जा करना शुरू कर दिया है। वहीं वनडे टीम में भी जगह बनाना आसान नहीं है। मयंक अपने प्रदर्शन से जरूर दावेदारी ठोक रहे हैं लेकिन अभी भी टीम इंडिया के पास कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो बेहतरीन प्रदर्शन करके भी बेंच पर बैठे हैं या टीम से बाहर हैं। यानी मयंक की राह अभी हम आसान नहीं कह सकते।