Highlights
- मांकडिंग विवाद पर बटलर और मोईन अली ने दी अपनी राय
- दीप्ति शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे वनडे में चार्ली डीन को किया था आउट
- MCC ने भी इस विकेट पर दी थी राय, कहा था- ऑफिशियली सही
Mankading Controversy: हाल ही में भारत और इंग्लैंड की महिला टीमों के बीच खेली गई वनडे सीरीज के आखिरी मुकाबले में भारतीय ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा द्वारा नॉन स्ट्राइकिंग एंड पर किए गए रनआउट का मामला थम नहीं रहा है। दीप्ति ने इंग्लैंड के आखिरी विकेट के रूप में सेट बैटर चार्ली डीन को आउट किया और भारत ने इसी के साथ 36 साल में पहली बार अंग्रेजों का उन्हीं के घर में सूपड़ा साफ किया था। आम भाषा में इसे मांकडिंग कहते हैं और इसे लेकर अंग्रेज क्रिकेटर्स, पूर्व क्रिकेटर्स काफी तिलमिलाए नजर आ रहे हैं। लगातार इसे लेकर बयानबाजियां जारी हैं।
इसी कड़ी में इंग्लैंड के व्हाइट बॉल कैप्टन जोस बटलर और ऑलराउंडर मोईन अली ने भी इस मामले में कूदते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है। बटलर और मोईन दोनों ने इस तरह के रनआउट को कहीं ना कहीं अनुचित ठहराया है। जबकि आपको बता दें कि क्रिकेट के नियमों को बनाने वाली संस्था एमसीसी खुद इसे जायज ठहराते हुए स्पष्टिकरण दे चुकी है। नियमों के मुताबिक अभी तक यह तरीका 'अनफेयर प्ले' सेक्शन (41.16.1) में दर्ज है। लेकिन आगामी 1 अक्टूबर यानी शनिवार से ही इसे ऑफिशियल रनआउट कहा जाएगा।
इसे लेकर एमसीसी ने अपने बयान में साफ करते हुए कहा था,
"हालांकि, एक रोमांचक मैच का यह अंत नियमित नहीं था। लेकिन जो भी हुआ वो ऑफिशियल था। इसे कुछ और नहीं कहा जाना चाहिए।"
अब इस मामले पर इंग्लैंड के दो मौजूदा स्टार क्रिकेटरों ने अपना बयान दिया है। व्हाइट बॉल टीम के नियमित कप्तान जोस बटलर और पाकिस्तान दौरे पर टीम की कप्तानी कर रहे मोईन अली ने इस तरह के विकेट को अनुचित मानते हुए कहा कि, वह कभी खुद ऐसा नहीं कर सकते।
क्या बोले बटलर और मोईन?
बटलर ने इस मामले पर कहा,
"नहीं, मैं बल्लेबाज को वापस बुला लेता। कोई भी इस तरह की चीजों को खेल में नहीं देखना चाहता। एक अच्छे खेल में सिर्फ बैट और बॉल के बीच जंग होनी चाहिए। ऐसे में इन चीजों की जरूरत नहीं होती जिन पर इतनी बातचीत हो।"
गौरतलब है कि जोस बटलर खुद दो बार इस तरह से आउट हो चुके हैं। वह एक बार आईपीएल में रविचंद्रन अश्विन के द्वारा और इंटरनेशनल क्रिकेट में श्रीलंकाई गेंदबाज सेनानायके के द्वारा मांकड आउट किए जा चुके हैं। ऐसे में उन्हें इस मामले में ऐसा लग सकता है।
उधर मोईन अली ने भी अपने कप्तान की हां में हां मिलाई और बोले,
"नहीं यह मेरा तरीका नहीं है। मुझे नहीं लगता मैं ऐसा कभी करूंगा जब तक मैं किसी से नाराज ना हूं। हालांकि, यह कानून में दर्ज है। ऐसा करना गैरकानूनी नहीं है और लोगों के पास ऐसा करने का हक है। लेकिन मुझे लगता है कि इसे एक कॉमन चीज नहीं बनाना चाहिए जो अक्सर किया जाए। आप सिर्फ रनआउट से हमेशा विकेट नहीं लेना चाहते। आपको खुद से कुछ करना होता है विकेट लेने के लिए। इस तरह आप विकेट लेने के लिए कुछ नहीं कर रहे।"
फिलहाल पिछले करीब एक हफ्ते से इस मामले पर विवाद चल रहा है। कई बयानबाजियां सामने आ रही हैं। इंग्लैंड के कई क्रिकेटर्स इस मसले पर ज्यादा ही तिलमिलाए दिख रहे हैं। इसी बीच 2019 वर्ल्ड कप के फाइनल की और बेन स्टोक्स के बल्ले से लगकर बाउंड्री में गई गेंद पर मिले रन की भी चर्चा हुई। हालांकि, इन सबके बीच जो भी खेल भावना का राग छेड़ा जा रहा है उस पर अबसे कुछ ही देर में 1 अक्टूबर 2022 से विराम लगने वाला है और यह तरीका एक ऑफिशियल रनआउट होने वाला है।