Highlights
- चंद्रकांत पंडित ने मध्य प्रदेश को पहली बार बनाया रणजी चैंपियन
- केकेआर ने बनाया मुख्य कोच
- ब्रेंडन मैकुलम की लेंगे जगह
IPL, KKR Coach: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की दो बार की चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने एक बड़ा ऐलान किया है। इस फ्रेंचाइजी ने आज यानी बुधवार को बड़ी घोषणा करते हुए घरेलू क्रिकेट के दिग्गज कोच चंद्रकांत पंडित को अपना मुख्य कोच नियुक्त किया है। पंडित पूर्व कोच ब्रेंडन मैकुलम की जगह इस जिम्मेदारी को संभालेंगे।
केकेआर ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से ट्वीट करते हुए पंडित की नियुक्ति की जानकारी दी। केकेआर ने अपने ट्वीट में लिखा, “भारतीय क्रिकेट के द्रोणाचार्य का केकेआर में स्वागत है।“
केकेआर के सीईओ वेंकी मैसूर ने एक बयान में कहा, ‘‘हम बहुत उत्साहित हैं कि चंदू (चंद्रकांत पंडित) हमारी यात्रा के अगले चरण में हमारा नेतृत्व करने के लिए नाइट राइडर्स परिवार में शामिल हो रहे हैं। वह जो करते हैं उसके प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता और घरेलू क्रिकेट में सफलता का उनका रिकॉर्ड सभी के सामने है। हम अपने कप्तान श्रेयस अय्यर के साथ उनकी अच्छी साझेदारी की उम्मीद कर रहे हैं।’’
पंडित ने बताया बड़ा सम्मान
नई चुनौती को स्वीकार करते हुए पंडित ने कहा, ‘‘मैंने नाइट राइडर्स से जुड़े रहे खिलाड़ियों और अन्य लोगों से यहां की पारिवारिक संस्कृति और सफलता की परंपरा के बारे में सुना है। मैं सहयोगी कर्मचारियों और टीम का हिस्सा रहे खिलाड़ियों के स्तर को लेकर उत्साहित हूं और मैं पूरी विनम्रता तथा सकारात्मक उम्मीदों के साथ काम करने को लेकर उत्साहित हूं।’’
2022 में केकेआर का प्रदर्शन रहा था निराशाजनक
बता दें कि दो बार की विजेता टीम 2021 में फाइनलिसट रही थी। लेकिन 2022 का सीजन उसके लिए निराशाजनक रहा था। वह 14 में से छह मुकाबले ही जीत पाई थी और अंक तालिका में सातवें स्थान पर रही थी। इसके बाद टीम के कोच रहे ब्रेंडन मैकुलम इंग्लैंड की टेस्ट टीम का कोच बनाए जाने के बाद फ्रेंचाइजी से अलग हो गए। ऐसे में केकेआर के लिए चीजें सही नहीं रहीं।
सफल कोच रहे हैं पंडित
बात करें चंद्रकांत पंडित की तो पूर्व भारतीय क्रिकेटर का कोच के तौर पर करियर बेहद शानदार रहा है। उन्होंने इसी साल मध्य प्रदेश को पहली बार रणजी ट्रॉफी का खिताब दिलाने में सफलता हासिल की। उनकी कोचिंग में विदर्भ की टीम 2018 और 2019 में विजेता बनी। उन्होंने रणजी की सबसे सफल मुंबई टीम को भी कोचिंग दी है। क्रिकेटर के तौर पर उन्होंने पांच टेस्ट और 36 वनडे मुकाबले खेले। जबकि प्रथम श्रेणी में उन्होंने 48 से अधिक की औसत से 8000 रन से ज्यादा रन बनाए।