भारतीय क्रिकेट टीम भले ही लगातार जीत दर्ज करती जा रही हो, लेकिन उसके उपकप्तान केएल राहुल का फॉर्म टीम मैनेजमेंट के लिए सिरदर्द बना हुआ है। राहुल का बल्ला पिछले काफी लंबे समय से कुछ खास कमाल नहीं कर पाया है। हालांकि, यह खेल ऐसा है यहां हर दिन एक जैसा नहीं रहता। पर खराब फॉर्म के बाद भी लगातार टीम में बने रहना सवाल उसके ऊपर उठ रहे हैं। नागपुर टेस्ट के बाद टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और गेंदबाजी कोच रह चुके वेंकटेश प्रसाद ने टीम के अंदर पक्षपात का आरोप लगाया था। इसके बाद शनिवार को दिल्ली टेस्ट की पहली पारी के बाद भी उन्होंने राहुल पर सवाल उठाए जिस पर आकाश चोपड़ा भारतीय उपकप्तान की पैरवी करने आ गए।
फिर दूसरी पारी में भी केएल का फ्लॉप शो जारी रहा और वह 115 रनों के छोटे टार्गेट के सामने भी सिर्फ 1 रन बनाकर आउट हो गए। फिर क्या था आकाश चोपड़ा की भी बोलती बंद हो गई, जिन्होंने आज सुबह ट्वीट करते हुए वेंकटेश प्रसाद को नसीहत दी थी कि वह कम से कम दूसरी पारी का इंतजार तो कर लेते। दिल्ली टेस्ट खत्म हुआ और उसके बाद वेंकटेश प्रसाद ने पलटवार करते हुए आकाश चोपड़ा को तो जवाब दिया ही, साथ ही उन्होंने केएल राहुल को एक बहुत ही खास नसीहत भी दे डाली। इसमें उन्होंने कहा कि, राहुल को पुजारा की तरह काउंटी खेलना चाहिए और अपनी फॉर्म में वापसी से टीम में खुद ब खुद जगह बनानी चाहिए। पर इसके लिए क्या वह IPL छोड़ पाएंगे?
दिल्ली टेस्ट के बाद वेंकटेश प्रसाद ने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने डायरेक्टली नाम नहीं लिया पर आकाश चोपड़ा को भी जवाब दिया और केएल राहुल के फॉर्म पर फिर से अपने विचार रखे। उन्होंने लिखा कि, कुछ लोगों को लगता है कि मेरी कोई व्यक्तिगत बात है केएल राहुल के खिलाफ। लेकिन है इसके विपरीत। मैं उनका भला चाहता हूं और उनके लिए इस फॉर्म में खेलते रहने से आत्मविश्वास में कभी बढ़ोतरी नहीं होगी। उन्हें अब दोबारा से अपनी जगह के लिए खुद को साबित करना होगा। घरेलू सत्र अब खत्म हो गया है राहुल को अब दोबारा से अपनी जगह टीम में कमानी होगी।
राहुल को वेंकटेश का यह सुझाव
वेंकटेश ने अगले ट्वीट में लिखा कि, राहुल को अब इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेलना चाहिए। उन्हें वहां रन बनाने चाहिए और दोबारा से टीम में अपनी जगह कमानी चाहिए। ठीक उसी तरह जैसे चेतेश्वर पुजारा ने किया था जब उन्हें बाहर किया गया था। देश के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना और फॉर्म में वापसी के लिए कुछ भी करने का जज्बा रखना ही इस बुरे दौर का जवाब होगा। लेकिन क्या इसके लिए उनका आईपीएल को छोड़ना संभव होगा? गौरतलब है कि राहुल आईपीएल फ्रेंचाइजी लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान हैं। पहले भी उनके या अन्य भारतीय क्रिकेटरों के आईपीएल को तवज्जो देने पर सवाल उठते आए हैं।