Highlights
- केएल राहुल की स्लो स्ट्राइक रेट पर सवाल
- राहुल की जगह कोहली से ओपनिंग कराने की मांग
- राहुल को सीनियर टीममेट का समर्थन हासिल
KL Rahul: एशिया कप में भारत के लिए शायद एक ही अच्छी बात हुई। इस टूर्नामेंट में विराट कोहली अपनी पुरानी फॉर्म में लौट आए। उन्होंने 2 साल 9 महीने और 16 दिनों के लंबे इंतजार के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में सेंचुरी लगा दी। हालांकि उनका ये शतक अफगानिस्तान के खिलाफ ऐसे मैच में आया जिसके फैसले का कोई महत्व नहीं था लेकिन इसने उनके फैन को राहत की सांस लेने का मौका तो दे ही दिया। लेकिन कोहली की इस यादगार सेंचुरी ने केएल राहुल को भी एक पेंच में फंसा दिया है।
केएल राहुल की पोजीशन पर कोहली को खिलाने की मांग
भारत के लिए टॉप ऑर्डर में केएल राहुल के पावरप्ले में विकेट बचाने की योजना टीम की मुश्किलें बढ़ा रही हैं। राहुल को प्लेइंग 11 में रखने के कारण भारतीय टीम के रनों की रफ्तार पर ब्रेक लग रहा है। विराट कोहली की नाबाद शतकीय पारी के बाद उनके कप्तान रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग करने की मांग भी उठ रही है। इसके बाद तीसरे नंबर पर सूर्यकुमार यादव को बैटिंग के लिए भेजने की मांग की जा रही है। ऐसे में राहुल को प्लेइंग इलेवन से बाहर बैठना पड़ सकता है। इसमें कोई शक नहीं की राहुल के पास प्रतिभा की कोई कमी नहीं है लेकिन वह एशिया कप में अपने कद और कैलिबर के मुताबिक बल्लेबाजी करने में नाकाम रहे।
केएल राहुल की सुस्त रफ्तार बैटिंग से बड़े टोटल पर लगा ब्रेक!
केएल राहुल ने एशिया कप के 5 मैच में 26.40 की औसत से 132 रन बनाए। टीम की असल दिक्कत उनकी 122.22 की धीमी स्ट्राइक रेट से है। यही वजह है कि टीम के बड़े टोटल की कीमत पर अपना विकेट बचाकर रखने के आरोप उनपर लग रहे हैं।
केएल राहुल को मिला सीनियर टीममेट का समर्थन
इन तमाम सरगर्मियों के बीच टीम के सीनियर प्लेयर्स का उन्हें पूरा समर्थन हासिल है। विराट कोहली ने बीसीसीआई डॉट टीवी के लिए रोहित से बातचीत के दौरान कहा, ‘‘हमें उसे अच्छी स्थिति में रखना होगा क्योंकि हम जानते हैं कि वह क्या करने में सक्षम है।’’
राहुल की पोजीशन को कोहली से खतरा
पूर्व भारतीय कप्तान भले ही राहुल को संभालकर रखने की बात कर रहे हों लेकिन सच तो ये है कि बतौर ओपनर अफगानिस्तान के खिलाफ उनके शतक के बाद राहुल की मुसीबत और बढ़ गई है। कोहली ने अपने अब तक के करियर में 4 मैच में नंबर 2 पोजीशन पर 140.50 की जबरदस्त औसत से 281 रन बनाए हैं। अफगानिस्तान के खिलाफ यादगार शतकीय पारी भी उन्होंने इसी पोजीशन पर खेली।
टी20 वर्ल्ड कप से पहले कोहली जैसे मजबूत विकल्प के होते हुए राहुल की सुस्त पारी को झेलना एक आम क्रिकेटप्रेमी की समझ में नहीं आ सकता, लिहाजा प्लेइंग 11 में उन्हें तरजीह दिए जाने के टीम मैनेजमेंट के फैसले पर सवाल खड़े होने लाजिमी हैं।