भारत के पूर्व तेज गेंदबाज और गेंदबाजी कोच रहे वेंकटेश प्रसाद ने शनिवार को अपने कई ट्वीट से हलचल मचा दी। एक तरफ नागपुर टेस्ट में टीम इंडिया की जीत का जश्न था तो दूसरी तरफ प्रसाद के एक के बाद एक खुलासे वाले ट्वीट्स ने सभी को हैरान कर दिया। पूर्व कोच ने साफतौर पर केएल राहुल की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नागपुर में पहले टेस्ट मैच में उनका चयन ‘पक्षपात’ पर आधारित था। गौरतलब है कि राहुल के कारण ही इन फॉर्म शुभमन गिल जैसे खिलाड़ी को टीम से बाहर बैठना पड़ा। इससे पहले पूर्व क्रिकेटर कपिल देव ने भी कहा था कि, ऐसा कोई नियम नहीं कि उपकप्तान को बाहर नहीं कर सकते।
भारत ने नागपुर टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को तीसरे दिन ही पारी और 132 रन से हराया। इस मैच के लिए 30 वर्षीय राहुल को बेहतरीन फॉर्म में चल रहे शुभमन गिल पर प्राथमिकता दी गई। राहुल ने भारत की पहली पारी में 71 गेंदों पर 20 रन की संघर्षपूर्ण पारी खेली। प्रसाद ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि, राहुल का चयन प्रदर्शन नहीं बल्कि पक्षपात के आधार पर किया गया है। उनके प्रदर्शन में लगातार निरंतरता का अभाव रहा है और लगभग आठ साल से ऐसा चल रहा है। उन्होंने अपनी क्षमता को प्रदर्शन में नहीं बदला है।
इस खिलाड़ी को बनाया जाए उपकप्तान
आपको बता दें कि राहुल का 46 मैचों में टेस्ट औसत 34.07 है और प्रसाद ने उनके टेस्ट रिकॉर्ड का हवाला देते हुए कहा कि, क्रिकेट की अच्छी जानकारी रखने वाले रविचंद्रन अश्विन को रोहित शर्मा के साथ टेस्ट टीम का उप कप्तान बनाना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आठ साल से अधिक का समय बिताने के बाद 46 टेस्ट में 34 का औसत बेहद सामान्य है। मुझे याद नहीं कि इतने अधिक मौके किसी और को दिये गए। जबकि कई अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं और शानदार फॉर्म में हैं। शुभमन गिल बेहतरीन फॉर्म में है, सरफराज खान प्रथम श्रेणी मैचों में रनों का अंबार लगा रहा है और कई ऐसे हैं जो राहुल से पहले चयन के हकदार हैं।
प्रसाद ने इसके साथ ही पांच क्रिकेटरों के नाम भी गिनाए जिन्हें राहुल की जगह टेस्ट टीम का उप कप्तान बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि, राहुल टीम के नामित उप कप्तान हैं जिससे मामला और बिगड़ जाता है। अश्विन के पास क्रिकेट की बहुत अच्छी समझ है और उन्हें टेस्ट प्रारूप में उप कप्तान होना चाहिए। यदि वह नहीं तो (चेतेश्वर) पुजारा या (रविंद्र) जडेजा हो सकते हैं। वहीं अगर ओपनिंग विकल्प की बात करें तो मयंक अग्रवाल ने राहुल की तुलना में टेस्ट में कहीं बेहतर प्रभाव छोड़ा है और इसी तरह से (हनुमा) विहारी ने भी। गौरतलब है कि मयंक अग्रवाल मौजूदा रणजी ट्रॉफी के लीडिंग स्कोरर भी हैं।
IPL टीम के कप्तान, तभी टीम में बने हुए हैं...
प्रसाद ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि, कुछ लोग खुशकिस्मत होते हैं कि उन्हें सफल होने तक अंतहीन मौके दिए जाते हैं जबकि कुछ को ऐसे मौके नहीं मिलते हैं। मैं राहुल की प्रतिभा और कौशल का सम्मान करता हूं लेकिन उनका प्रदर्शन कमतर रहा है। राहुल इंडियन प्रीमियर लीग की टीम लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान भी हैं और भारत के पूर्व गेंदबाजी कोच प्रसाद ने दावा किया कि यह भी एक वजह है कि खराब प्रदर्शन के बावजूद वह टेस्ट टीम में बने हुए हैं।