रोहित शर्मा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया जिसमें वह जिम में वर्कआउट करते नजर आ रहे हैं। उन्होंने इस वीडियो का कैप्शन दिया है "वह काम कीजिए जिससे आपके चेहरे पर मुस्कान आए"। बेशक, उन्हें इसकी जरूरत भी है और भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा होगा कि वर्कआउट करते हुए उनके स्माइल का ये सिलसिला जारी रहे क्योंकि उनकी फिटनेस लगातार चिंता का विषय बनी हुई है। फैंस से लेकर पूर्व महान भारतीय कप्तान कपिल देव तक उनकी फिटनेस पर अपनी भड़ास निकाल चुके हैं। टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज के कप्तान बनने के बाद के आंकड़े इस बात की गवाही देते हैं कि उनके साथ कुछ दिक्कत जरूर है।
कप्तान बनने के बाद कितने मैच से बाहर बैठे रोहित?
पिछले साल हर फॉर्मेट में टीम इंडिया के कप्तान बने। उनके कप्तान बनने से अब तक भारत ने कुल 68 मैच खेले, जिसमें 5 टेस्ट, 21 वनडे और 42 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले शामिल हैं। इन तमाम मुकाबलों में से रोहित सिर्फ 39 में शिरकत कर सके। भारतीय कप्तान ने इस दौरान सिर्फ 2 टेस्ट, 8 वनडे और 29 टी20 इंटरनेशनल खेले। यानी वह 3 टेस्ट, 13 वनडे और इतने ही टी20 इंटरनेशनल मैच से बाहर रहे। बेशक, इसका एक बड़ा कारण बीसीसीआई का वर्कलोड मैनेजमेंट हो सकता है पर कई मुकाबले उन्होंने इंजरी के कारण भी मिस किया। पिछले एक साल में रोहित की खस्ता फिटनेस इंडियन क्रिकेट का बड़ा टॉकिंग प्वाइंट रहा है। इससे पहले कभी किसी और भारतीय कप्तान ने किसी भी वजह से इतने मैच को मिस नहीं किया। इन सबके बीच रोहित की खराब फॉर्म भी भारतीय क्रिकेट की चिंता की बड़ी वजह बनी रही।
कपिल देव को रोहित की फिटनेस पर शक
भारतीय टीम के पहले विश्व विजेता कप्तान कपिल देव का मानना है कि रोहित के स्किल के साथ कोई दिक्कत नहीं है, वह पिछले एक दशक से विराट कोहली के साथ भारतीय टीम के बेहद मजबूत स्तंभ रहे हैं। बकौल कपिल उनकी फिटनेस चिंता की वजह है। कपिल ने कहा कि उन्हें रोहित की फिटनेस पर शक है।
रोहित फिटनेस को बेहतर बनाकर टीम को कर सकते हैं प्रेरित
कपिल ने कहा, "रोहित शर्मा में कोई कमी नहीं है। उनके पास हर खूबी है लेकिन मुझे निजी तौर पर लगता है कि कि उनकी फिटनेस पर एक बड़ा सवालिया निशान लगा हुआ है। क्या वह फिट हैं? क्योंकि कप्तान एक ऐसा शख्स है जो टीम के बाकी खिलाड़ी को और ज्यादा फिट होने के लिए प्रेरित करता है। टीममेट को हमेशा अपने कप्तान पर गर्व होना चाहिए।" कपिल का मानना है कि अगर रोहित अपनी फिटनेस को बेहतर बनाते हैं तो तो इससे हर भारतीय क्रिकेटर को प्रेरणा मिलेगी।