Indian Cricket Team: भारत में क्रिकेट को एक धर्म माना जाता है। भारत ने दुनिया को एक से बढ़कर एक क्रिकेटर्स दिए हैं। भारत ने कपिल देव की कप्तानी में वनडे वर्ल्ड कप 1983 का खिताब जीता था। इसके बाद टीम इंडिया ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में वनडे वर्ल्ड कप 2011, टी20 वर्ल्ड कप 2007 और चैंपियंस ट्रॉफी 2013 का खिताब था। लेकिन कपिल-धोनी के अलावा एक और भारतीय कप्तान है, जिसने भारत को ICC ट्रॉफी दिलाई है। आइए जानते हैं, उस कप्तान के बारे में।
भारत और श्रीलंका के बीच हुआ था मुकाबला
चैंपियंस ट्रॉफी 2002 का फाइनल मुकाबला भारत और श्रीलंका के बीच 29 सिंतबर को खेला गया। तब श्रीलंका के कप्तान सनथ जयसूर्या थे और भारतीय टीम की अगुवाई सौरव गांगुली कर रहे थे। श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। श्रीलंका की तरफ से बल्लेबाजों ने बेहतरीन खेल दिखाया। जयसूर्या ने 74 रन, मारवन अटापट्टू ने 34 रन, कुमार संगाकारा ने 54 रन बनाए। इन बल्लेबाजों की दम पर ही श्रीलंका ने पहले 5 विकेट के नुकसान पर 244 रन बनाए।
भारत के लिए हरभजन सिंह ने सबसे ज्यादा 3 विकेट चटकाए। इसके अलावा अजित अगरकर और सचिन तेंदुलकर ने 1-1 विकेट झटका। जब भारतीय खिलाड़ी बल्लेबाजी करने उतरे। दो ओवर ही हो पाए थे। तभी बारिश आ गई। इसके बाद खेल नहीं हो सका और मैच फिर रिजर्व डे (30 सितंबर 2002) पर खेला गया।
दोनों टीमें बनीं संयुक्त विजेता
रिजर्व डे पर श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। इस बार श्रीलंका की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट के नुकसान पर 222 रन बनाए। श्रीलंका के लिए महेला जयवर्धने ने सबसे ज्यादा 77 रनों की पारी खेली। लेकिन भारतीय बल्लेबाजी के सिर्फ 8.4 ओवर ही हो पाए थे। भारत के लिए वीरेंद्र सहवाग 25 रन और सचिन तेंदुलकर 7 रन बनाकर क्रीज पर थे। तभी बारिश आई और मैच शुरू नहीं हो पाया। इसी वजह से श्रीलंका और भारत को संयुक्त रूप से विजेता घोषित कर दिया गया। इस तरह से सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत ने साल 2002 की चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी।